Gold Loan को कितना समझते हैं आप? बेहद कम डॉक्यूमेंट पर झटपट मिलती है आपको मदद
Gold Loan: यह लोन सोने की प्योरिटी और वैल्यू के आधार पर मिलता है. सामान्यतौर पर सोने की मार्केट वैल्यू के 60 से लेकर 80 प्रतिशत के बराबर गोल्ड लोन मिल जाता है.
यह किसी आकस्मिक जरूरत में काम आने वाला एक इमरजेंसी फंड की तरह है. (रॉयटर्स)
यह किसी आकस्मिक जरूरत में काम आने वाला एक इमरजेंसी फंड की तरह है. (रॉयटर्स)
Gold Loan: सोना (Gold) निवेश का एक सेफ ऑप्शन कहलाता रहा है. सोने में लिक्विडी की जबरदस्त क्षमता की वजह से लोग इसे लंबे समय में सुरक्षित निवेश के तौर पर भी खरीदते हैं. जिंदगी में जब कभी भी किसी के सामने पैसों की किल्लत होती है और सामने तत्काल जरूरत को पूरा करना होता है तो मन में सबसे पहले लोन शब्द तैरता है. ऐसे वक्त में ही काम आता है आपका गोल्ड. आप घरों में पड़े सोने के बदले गोल्ड लोन (Gold Loan) ले सकते हैं. यह लोन सोने की प्योरिटी और वैल्यू के आधार पर मिलता है. सामान्यतौर पर सोने की मार्केट वैल्यू के 60 से लेकर 80 प्रतिशत के बराबर गोल्ड लोन मिल जाता है.
गोल्ड लोन
इस तरह के गोल्ड लोन में डाक्यूमेंटेशन काफी कम होता है और गोल्ड की सिक्योरिटी भी मिलती है. गोल्ड लोन बैंक या दूसरी फाइनेंस कंपनियां उपलब्ध कराती हैं. अगर बात ब्याज दरों की करें तो यह करीब 13-15 प्रतिशत के आस-पास रहता है. हालांकि यब पूरी तरह बैंक या फाइनेंस कंपनियों की पॉलिसी पर डिपेंड करता है.
इमरजेंसी में काम आता है गोल्ड लोन
यह एक ऐसा लोन है जिसे लोग किसी खास वित्तीय जरूरतों को तत्काल पूरा करने के लिए लेते हैं. यानी यह किसी आकस्मिक जरूरत में काम आने वाला एक इमरजेंसी फंड की तरह है. इसकी जरूरत हाइयर एजुकेशन, शादी-ब्याह, घर की मरम्मत, मेडिकल इमरजेंसी, ट्रैवल, डाउनपेमेंट आदि करने में पड़ सकती है. सोना बेहद कम समय में कैश में बदल सकता है.
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(रॉयटर्स)
कैसे मिलता है गोल्ड लोन
कोई भी बैंक या फाइनेंस कंपनी किसी ग्राहक के सोने का वजन, उसकी प्योरिटी और मार्केट वैल्यू के मुताबिक कैलकुलेशन करता है. आपको इसके लिए जरूरी डाक्यूमेंट साथ में ले जाने होते हैं. सही जानकारी के साथ फॉर्म भरकर जमा करना होता है. इसके साथ सोने से जुड़ी सभी जानकारी भी अटैच होती है. एड्रेस प्रूफ के तौर पर आप चाहें तो बिजली बिल, पानी बिल, प्रॉपर्टी टैक्स असेसमेंट के पेपर, बैंक पासबुक या टेलीफोन बिल का इस्तेमाल कर सकते हैं. बता दें कि सोने का भाव हर रोज बदलता है.
इन बातों को भी जान लीजिए
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी भी आपात स्थिति में पर्सनल लोन लेने से बेहतर है गोल्ड लोन लेना. पर्सनल लोन के लिए ब्याज दरें काफी अधिक होती हैं, जबकि गोल्ड लोन पर ब्याज दरें थोड़ी कम होती हैं. गोल्ड लोने के लिए आपको बहुत ज्यादा प्रूफ देने की जरूरत नहीं पड़ती. बेहद कम डॉक्यूमेंटेशन में आपको झटपट गोल्ड लोन मिल जाता है, जबकि पर्सनल लोन इतना आसान नहीं है.
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तब सोने पर होता है थोड़ा रिस्क
गोल्ड लोन आसानी से मिल जाते हैं लेकिन इसमें आपके सोने को खोने का जोखिम अधिक रहता है. अगर आपने समय पर लोन के पैसे लौटा दिए तब तो अच्छी बात है. आप अपना सोना लेकर घर चले जाते हैं. लेकिन किसी वजह से आप गोल्ड लोन का पैसा वापस नहीं चुका पाते हैं तो बैंक या वित्तीय कंपनी का आपके सोने पर कानूनन अधिकार हो जाता है. वह आपके रखे सोने की नीलामी कर पैसे वापस वसूल सकता है.
07:24 PM IST