निवेश के मामले में अगर नहीं समझीं ये 4 बातें तो महंगाई चट कर जाएगी सारी सेविंग्स, समझ लीजिए काम की बात
भविष्य को लेकर फाइनेंशियल प्लानिंग भी पूरी कैलकुलेशन के साथ करना चाहिए क्योंकि जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है, ऐसे में जरा सी चूक आपकी सारी मेहनत पर पानी फेर सकती है और महंगाई आपकी सारी सेविंग्स को चट कर सकती है.
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07:00 AM IST
आज के समय में हर कोई अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिहाज से तैयारी कर रहा है. इसके लिए नौकरी के समय से ही लोग फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर देते हैं ताकि रिटायरमेंट तक उनके पास अच्छा खासा पैसा जमा हो जाए और वो उस लाइफ को आराम से जी सकें. लेकिन फाइनेंशियल प्लानिंग भी पूरी कैलकुलेशन के साथ करना चाहिए क्योंकि जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है, ऐसे में जरा सी चूक आपकी सारी मेहनत पर पानी फेर सकती है और महंगाई आपकी सारी सेविंग्स को चट कर सकती है.
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि आज के समय में आपको निवेश उन जगहों पर करने की जरूरत है, जहां कंपाउंडिंग ब्याज का फायदा मिले, साथ ही रिटर्न मंहगाई को मात देने वाला हो. महान साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन ने कंपाउंडिंग को लेकर कहा था कि 'कंपाउंडिंग दुनिया का आठवां अजूबा है. जो लोग इसे समझते हैं, वे इसे कमाते हैं, और जो नहीं समझते हैं, वे चुकाते हैं.' इसके अलावा फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़ी कुछ बातें भी आपको अच्छे से समझ लेनी चाहिए ताकि चूक की कहीं गुंजाइश ही न रहे.
20 प्रतिशत निवेश करें
बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों का कहना है कि आपकी जो भी कमाई है, उसका कम से कम 20 प्रतिशत बचाकर हर हाल में निवेश करें. अगर आप 10,000 रुपए कमाते हैं तो 2,000 का निवेश करें. इसके बाद जैसे-जैसे कमाई बढ़े, 20 फीसदी के हिसाब से निवेश की रकम को बढ़ाते रहें. निवेश के इस नियम को समझकर आप जितनी जल्दी इन्वेस्टमेंट शुरू करेंगे, भविष्य के लिए उतना ज्यादा पैसा जोड़ लेंगे.
पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करें
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इन्वेस्टमेंट करने के लिए अपना पैसा किसी एक स्कीम में ही न लगाएं. समय के हिसाब से आप अपने फाइनेंशियल पोर्टफोलियो में कई तरह की स्कीम्स को शामिल करें. अपनी जरूरत को देखते हुए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म निवेश की स्कीम्स का चुनाव करें और फिर इन्वेस्टमेंट करें. आप चाहें तो इस मामले में एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं.
जोखिम उतना ही लें, जितना उठा सकें
वॉरेन बफे ने कहा है कि आपको उतना ही जोखिम लेना चाहिए, जितना आप आसानी से उठा सकें. इसलिए दूसरों को देखकर कोई काम न करें. ऐसे में आप मुश्किल में पड़ सकते हैं. अपनी आमदनी के हिसाब से बचत करें और अपने गोल्स के हिसाब से अलग-अलग स्कीम्स में निवेश करें. ध्यान रखिए लॉन्ग टर्म निवेश के लिए बहुत अग्रेसिव निवेशक बनना जरूरी नहीं, बल्कि अनुशासित निवेश जरूरी है.
इमरजेंसी फंड और इंश्योरेंस को जरूर शामिल करें
इमरजेंसी फंड और इंश्योरेंस को फिजूल न समझें. इमरजेंसी फंड आपकी छह महीने की सैलरी के बराबर होना चाहिए. अगर आप पहले से इमरजेंसी फंड अपने पास रखेंगे तो मुश्किल वक्त में आपको अपने भविष्य के लिए तैयार किए जा रहे फंड को इस्तेमाल नहीं करना होगा. इसके अलावा हेल्थ इंश्योरेंस, लाइफ इंश्योरेंस जैसी स्कीम आपको और परिवार को सुरक्षा कवच देंगी.
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