Diwali पर सोना खरीदने का है प्लान? डिजिटल गोल्ड शॉपिंग के 4 बेस्ट ऑप्शन
Diwali Digital Gold Shopping: गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond), मोबाइल वॉलेट (mobile wallet) या गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Funds) में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं.
Diwali Gold Shopping: इस दिवाली अगर सोना खरीदने का प्लान है, तो जरूरी नहीं कि फिजिकल गोल्ड की ही शॉपिंग करें. आज के समय में बाजार में डिजिटल गोल्ड खरीदने के कई ऑप्शन हैं, जहां बिना किसी टेंशन प्योर गोल्ड में खरीदारी कर सकते हैं. डिजिटल फॉर्म में सोना खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको उसके सिक्युरिटी की चिंता नहीं रहती है. साथ ही प्योरिटी भी आपको सौ टके की मिलती है. फिजिकल गोल्ड खरीदने के बाद उसे सुरक्षित रखने के लिए या तो आपको वॉल्ट (तिजोरी) लेनी होगी या बैंक में लॉकर रखना पड़ता है. ऐसे में डिजिटल गोल्ड खरीदना या उसमें निवेश करना ज्यादा सेफ है. इनमें गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond), मोबाइल वॉलेट (mobile wallet) या गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Funds) बेहतर ऑप्शन हैं.
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (Gold ETF)
Gold ETF यानी पेपर गोल्ड एक ऐसी सुविधा है, जिसमें शेयर की तरह यूनिट में सोना खरीदने का ऑप्शन मिलता है. यह सोने में निवेश के सबसे सस्ते ऑप्शन में से एक है. ये एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं, जिनकी खरीद-बिक्री स्टॉक एक्सचेंज पर की जा सकती है. गोल्ड ईटीएफ का बेंचमार्क सराफा बाजार में सोने की कीमतें होती हैं. इसका मतलब कि आप सोने की असल कीमत के आसपास इसे खरीद सकते हैं. गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए आपके पास डिमेट अकाउंट होना चाहिए. इसमें सोने की खरीद यूनिट में की जाती है. गोल्ड ईटीएफ के लिए ब्रोकिंग ट्रेडिंग पोर्टल पर ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं. इसकी बिक्री पर सोने की फिजिकल डिलिवरी नहीं की जाती है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) भी प्योर सोने में निवेश का एक अच्छा ऑप्शन है. SGB भारत सरकार की ओर से रेग्युलर इंटरवल पर सोने के मौजूदा भाव पर जारी किए जाते हैं. एसजीबी की मैच्योरिटी आठ साल होती है. जबकि, लॉक इन पीरियड पांच साल है. इसका मतलब है कि आप पांच साल बाद बॉन्ड बेच सकते हैं. लेकिन, इस बात का ध्यान रखें, अगर आपने एसजीबी को मैच्योरिटी तक बनाए रखा, तो आपको निवेश पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा. वहीं, आपको 2.5 फीसदी सालाना ब्याज मिलेगा, जिसका भुगतान हर छह महीने पर किया जाएगा.
SGB में गोल्ड की जितनी मात्रा में निवेशक पैसा लगाता है, वह सुरक्षित रहता है. क्योंकि मैच्योरिटी के समय उसे मौजूदा बाजार का भाव मिलता है. इस तरह, फिजिकल गोल्ड खरीदने की बजाय एसजीबी में पैसा लगाना एक बेहतर विकल्प है. इसमें फिजिकल गोल्ड की तरह जोखिम नहीं है. इसमें भी ऑनलाइन निवेश किया जा सकता है.
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मोबाइल वॉलेट पेमेंट ऐप से गोल्ड खरीदारी
अगर आप गोल्ड खरीदारी का सबसे आसान ऑप्शन तलाश रहे हैं, तो यह आप अपने स्मार्टफोन से महज कुछ सेकंड में कर सकते हैं. इसके लिए बहुत अधिक निवेश की भी जरूरत नहीं होती है. आपके पास जितना पैसा है, उसकी एवज में आप गोल्ड खरीद सकते हैं. यह सुविधा पेटीएम, फोनपे जैसे मोबाइल वॉलेट में उपलब्ध है. इसके लिए भी आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं होती है और आप घर बैठे निवेश कर सकते हैं.
गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Funds)
आज के समय में म्यूचुअल फंड के जरिए भी सोने में निवेश का ऑप्शन मौजूद है. गोल्ड ईटीएफ की तुलना में गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश करना आसान है. आप सीधे ऑनलाइन मोड या उसके डिस्ट्रीब्यूटर्स के जरिए गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए डिमेट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है. गोल्ड म्यूचुअल फंड में आपका फंड मैनेजर गोल्ड ईटीएफ में अपना कॉर्पस का निवेश करता है. गोल्ड म्यूचुअल फंड में एसआईपी (SIP) के जरिए भी निवेश किया जा सकता है. गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन एंडेड निवेश प्रोडक्ट है, यानी आप जरूरत पर इसे कभी भी बेच सकते है. इसमें भी ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं.
01:35 PM IST