
धनतेरस 2025 (Dhanteras 2025) का त्योहार आने वाला है. ये फेस्टिवल 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा. धनतेरस पर अधिकतर लोग सोने-चांदी में निवेश करते हैं. माना जाता है कि इससे घर में सुख समृद्धि बनी रहती है. आमतौर पर सोना खरीदते समय हॉलमार्क देखा जाता है. लेकिन सिर्फ हॉलमार्क देखने से काम नहीं चलेगा. आपको ये भी समझना होगा कि हॉलमार्क असली है भी या नहीं क्योंकि आजकल नकली हॉलमार्क के भी मामले सामने आते हैं. यहां जानिए कि कैसे आप हॉलमार्क का रिएलिटी चेक करके खरे सोने की पहचान कर सकते हैं.
सोना खरीदते वक्त सबसे पहले ज्वैलरी पर बने तीन निशान जरूर देखें-
इन तीनों निशानों का साफ और समान रूप से दिखना जरूरी है. अगर इन पर खरोंच या धुंधलापन है तो ज्वैलरी क्रॉस चेक जरूर करें. असली हॉलमार्क में चमक और निशान की फिनिशिंग एकदम परफेक्ट होती है.
हॉलमार्क असली है या नकली, इसकी पहचान आप भारतीय मानक ब्यूरो के बनाए BIS Care App की मदद से कर सकते हैं. इसके लिए आपको ऐप को मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा. इसमें अपना नाम, फोन नंबर और ईमेल आईडी देनी होगी और अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी ओटीटी के जरिए वेरिफाई करना होगा. इसके बाद आप ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. चेक करने के लिए Verify HUID में जाकर ज्वैलरी का HUID नंबर डालें. अगर ज्वैलरी असली होगी तो ऐप में उसकी शुद्धता, प्रोडक्ट का नाम जैसी तमाम डीटेल्स आपके सामने आ जाएंगीं.
इन सब बातों के अलावा एक बात याद रखें कि आप जब भी सोना खरीदने जाएं तो घर से निकलते समय पहले सोने के दाम चेक करके जाएं. 24 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट के सोने के दाम अलग-अलग होते हैं. बता दें कि 22 कैरेट के सोने में 91.66 फीसदी सोना होता है, 18 कैरेट में 75 फीसदी और 14 कैरेट में 58.1 फीसदी सोना होता है. इसके साथ अन्य धातुओं को मिक्स करके सोने के गहने तैयार किए जाते हैं.
सोना खरीदने से पहले सोने का दाम चेक करना जरूरी है. अलग-अलग कैरेट के हिसाब से शुद्धता और कीमत तय होती है:
| कैरेट (Carat) | शुद्धता (%) | कोड |
|---|---|---|
| 24 Carat | 99.9% | (ज्वैलरी के लिए नहीं) |
| 22 Carat | 91.66% | 916 |
| 18 Carat | 75% | 750 |
| 14 Carat | 58.3% | 585 |
| 9 Carat | 37.5% | 375 |
22 कैरेट सोना सबसे ज्यादा ज्वैलरी में यूज होता है क्योंकि ये शुद्ध भी है और टिकाऊ भी.
सरकार ने ज्वैलरी की बिक्री के लिए BIS हॉलमार्किंग को अनिवार्य किया है. पहले केवल 14, 18 और 22 कैरेट के सोने की ज्वैलरी बिकती थी, लेकिन अब 9 कैरेट गोल्ड पर भी हॉलमार्किंग जरूरी कर दी गई है. ये नियम जुलाई 2025 से लागू हो चुका है. इससे ग्राहकों को सस्ती रेंज में गोल्ड खरीदने का ऑप्शन मिलेगा, और ज्वैलरी की क्वालिटी पर भी भरोसा बना रहेगा.
गोल्ड खरीदने से पहले दिन के रेट जरूर चेक करें क्योंकि दाम रोज बदलते हैं. आप BIS या भारत सरकार की जेम्स एंड ज्वैलरी वेबसाइट पर जाकर रेट देख सकते हैं. इससे ज्वैलर द्वारा गलत दाम बताए जाने की संभावना कम हो जाती है.