कोरोना के इलाज के नाम पर ज्यादा चार्ज नहीं कर सकेंगे हॉस्पिटल, GIC ने जारी की रेट लिस्ट
कोरोना का इलाज कर रहे प्राइवेट हॉस्पिटल एडवाइजरी में दी गईं दरों के आधार पर अपने चार्ज तय कर सकते हैं.
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने हॉस्पिटल और इंश्योरेंस कंपनियों के लिए नई एडवाइजरी जारी कर दी है.
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने हॉस्पिटल और इंश्योरेंस कंपनियों के लिए नई एडवाइजरी जारी कर दी है.
नीति आयोग (NITI Aayog) के प्रस्ताव को आधार मानते हुए जनरल इंश्योरेंस काउंसिल (General Insurance Council-GIC) ने हॉस्पिटल और इंश्योरेंस कंपनियों के लिए कोरोना मरीजों के इलाज की अधिकतम दरों (Covid-19 treatment rates) की एडवाइजरी जारी की है. इलाके के आधार पर हॉस्पिटल अपनी अधिकतम दरें तय कर सकते हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर के आधार पर 35 परसेंट तक छूट भी दे सकते है.
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने हॉस्पिटल और इंश्योरेंस कंपनियों (Insurance Company) के लिए नई एडवाइजरी जारी कर दी है. इस एडवाइजरी में कोरोना के इलाज के खर्च की दरें तय की गई हैं. कोरोना का इलाज कर रहे प्राइवेट हॉस्पिटल एडवाइजरी में दी गईं दरों के आधार पर अपने चार्ज तय कर सकते हैं.
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने नीति आयोग की रिपोर्ट के आधार पर ये एडवाइजरी जारी की है.
एडवाइजरी जारी होने के बाद देश में काम कर रहीं सभी 32 इंश्योरेंस कंपनियां प्राइवेट हॉस्पिटलों के साथ मिलकर कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए काउंसिल के पैकेज का इसतेमाल करेंगे.
काउंसिल के इस कदम से अलग-अलग हॉस्पिटलों द्वारा वसूले जा रहे अलग-अलग चार्ज की शिकायत नहीं होगी. मरीजों के पास भी अपनी पॉलिसी के मुताबिक हॉस्पिटल चुनने में आसानी होगी.
हालांकि देश के काफी हॉस्पिटलों में कोरोना के इलाज की दरें तय हैं, लेकिन बहुत से हॉस्पिटल ऐसे हैं जिनके चार्ज के बारे में तस्वीर साफ नहीं है.
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने यह भी कहा है कि नई दरों की हर महीने समीक्षा भी की जाएगी. क्योंकि केंद्र समेत राज्य सरकारें भी समय-समय पर दरों के बारे फैसले लेती रहती हैं.
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल की नई दरों के मुताबिक अब कोई हॉस्पिटल मेट्रो शहरों में आईसीयू और वेंटिलेटर के लिए 15,000 रुपये/प्रतिदिन से अधिक चार्ज नहीं ले सकते हैं. नॉन मेट्रो शहर में ये चार्ज 11,250 रुपये (अधिकतम) रहेंगे.
आइसोलेशन बेड के लिए 8,000 रुपये/रोजाना और बॉडी स्टोरेज के लिए 5,000 रुपये तय किए गए हैं. काउंसिल ने ब्लड शुगर जांच, एक्स-रे और ईसीजी जांच के लिए भी रेट तय किए हैं.
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काउंसिल द्वारा तय की गईं दरों में पीपीई किट, कोविड टेस्टिंग, परामर्श फीस, ड्रग और मेडिकल कंज्यूमेबल आइटम की कीमत भी शामिल है. दवाओं का चार्ज एमआरपी के आधार पर ही किया जाएगा.
मेट्रो शहरों के लिए/प्रतिदिन
आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन सुविधा के साथ)- 10,000 रुपये
आईसीयू चार्ज (बिना वेंटिलेटर केयर)- 15,000 रुपये
आईसीयू चार्ज (वेंटिलेटर केयर के साथ)- 18,000 रुपये
राजधानी वाले शहरों के लिए/ प्रतिदिन
आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन सुविधा के साथ)- 9,000 रुपये
आईसीयू चार्ज (बिना वेंटिलेटर केयर)- 13,500 रुपये
आईसीयू चार्ज (वेंटिलेटर केयर के साथ)- 16,000 रुपये
देश के अन्य हिस्सों के लिए दर/प्रतिदन
आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन सुविधा के साथ)-7,500 रुपये
आईसीयू चार्ज (बिना वेंटिलेटर केयर)- 11,250 रुपये
आईसीयू चार्ज (वेंटिलेटर केयर के साथ)- 13,500 रुपये
टेस्टिंग की दर
खून में ऑक्सीजन की जांच (ABG)– 400 रुपये
ब्लड शुगर लेवल (BSL)- 100 रुपये
D-Dimer Level – 800 रुपये
हीमोग्लोबिन जांच- 150 रुपये
छाती का सीटी स्कैन (CT Scan)- 3500 रुपये
छाती का एक्स-रे (X Ray Chest)- 500 रुपये
ईसीजी जांच (ECG)- 300 रुपये
05:27 PM IST