कोरोना कवच पॉलिसी ली है तो आपके लिए है जरूरी खबर, IRDAI करेगा यह बदलाव
कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीमा नियामक IRDAI इससे जुड़े बीमा प्रोडक्ट की वैलिडिटी बढ़ाने का फैसला कर सकता है.
कोरोना से संक्रमित मरीजों को इलाज में मदद मिले. (Reuters)
कोरोना से संक्रमित मरीजों को इलाज में मदद मिले. (Reuters)
कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीमा नियामक IRDAI इससे जुड़े बीमा प्रोडक्ट की वैलिडिटी बढ़ाने का फैसला कर सकता है. इरडा के चेयरमैन सुभाष सी खुंटिया की मानें तो IRDAI कोविड-19 (Covid-19) का टीका आने तक कोरोना कवच जैसे हेल्थ इंश्योरेंस प्रोडक्ट की मियाद बढ़ा सकता है. ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि कोरोना से संक्रमित मरीजों को इलाज में मदद मिले.
खुंटिया ने CII के वेबिनार में कहा कि यही नहीं IRDAI इस वायरस के लिए स्टैंडर्ड प्रोडक्ट लाने की भी सोच रहा है. ऐसी पॉलिसी पॉलिसीधारकों के लिये खरीदनी आसान होगी और उसके लिये भारी- भरकम पॉलिसी दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी.
COVID-19 Pandemic को देखते हुए सभी जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों (Insurance Companies) ने कोरोना कवच पॉलिसी को जुलाई 2020 में पेश किया था.
इस पॉलिसी में साढ़े तीन महीने से लेकर साढ़े नौ महीने तक का कवर है. इसमें 5 लाख रुपए तक के इलाज का क्लेम मिलेगा. कोरोना कवच पॉलिसी में Compensation-based एक बेसिक मैनडेटरी कवर है. वहीं, एक अल्टरनेटिव कवर भी है जो प्रोफिट पर निर्भर है.
बेसिक कवर 50 हजार से 5 लाख रुपए तक है. ये कवर साढ़े तीन महीने, साढ़े छह महीने और साढ़े नौ महीने के लिए लिया जा सकता है. इसमें वेटिंग पीरियड (Waiting Period) भी शामिल है. योजना के तहत 18 से 65 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति इस पॉलिसी को खरीद सकता है.
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Group insurance के लिये भी सभी शर्तें और नियम वही होंगे जो कि व्यक्तिगत कोरोना कवच पॉलिसी के लिए रखे गए हैं. इसमें केंद्र/राज्य सरकारों की मंजूरी वाले अस्थायी अस्पतालों को अस्पताल माना जाएगा और बीमा कंपनियां नियमों के तहत क्लेम निपटाएंगी.
06:05 PM IST