Gold या Mutual Funds? अक्षय तृतीया पर कर रहे हैं निवेश तो जरा इन बातों पर गौर कर लें
अगर आप आज अक्षय तृतीया पर निवेश करने जा रहे हैं तो एक बार ये अच्छे से समझ लें कि आपके लिए गोल्ड और म्यूचुअल फंड्स, दोनों में से कौन सा ऑप्शन फ्यूचर के लिहाज से ज्यादा फायदेमंद रहेगा. जानिए दोनों के फायदे और नुकसान.
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07:00 AM IST
आज अक्षय तृतीया का त्योहार है. इस त्योहार पर सोना खरीदने का चलन है. सोने का संबन्ध धन से माना जाता है. भविष्य में किसी तरह का आर्थिक संकट होने पर सोना आपके लिए मददगार होता है. इसलिए लोग वर्षों से सोने को एक बेहतर निवेश का ऑप्शन मानते आ रहे हैं. अक्षय तृतीया पर भी सोना इसी मान्यता के साथ खरीदा जाता है कि घर में भविष्य में कभी धन-दौलत की दिक्कत नहीं होगी और बरकत बनी रहेगी.
लेकिन आज के समय में आपके फ्यूचर को सिक्योर करने वाले तमाम दूसरे इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस भी मौजूद हैं जो भविष्य में आपके लिए काफी सारी धन-दौलत जमा कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड भी ऐसा ही एक ऑप्शन है. अगर आप आज अक्षय तृतीया पर निवेश करने जा रहे हैं तो एक बार ये अच्छे से समझ लें कि आपके लिए गोल्ड और म्यूचुअल फंड्स, दोनों में से कौन सा ऑप्शन फ्यूचर के लिहाज से ज्यादा फायदेमंद रहेगा. जानिए दोनों के फायदे और नुकसान और फिर सोच समझकर अक्षय तृतीया पर करें निवेश का श्रीगणेश.
गोल्ड में निवेश के क्या हैं फायदे?
- गोल्ड वर्षों से निवेश का भरोसेमंद विकल्प रहा है.
- इसे कम जोखिम वाला निवेश माना जाता है.
- गोल्ड का भाव भी महंगाई के साथ-साथ बढ़ता है.
- इसे आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है.
- मुश्किल समय में आप गोल्ड को गिरवी रखकर कर्ज ले सकते हैं और पैसों की जरूरत पूरी कर सकते हैं.
- गोल्ड इन्वेस्टमेंट करके आप अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई कर सकते हैं.
- सोने की कीमतें आर्थिक अनिश्चितता और महंगाई के दौरान भी स्थिर रहती हैं.
- सोने को कहीं भी आसानी से साथ ले जाया जा सकता है.
- इंश्योरेंस की तरह सोना भी संकट का साथी है. कोरोना में बहुत सारे लोगों को सोने ने सहारा दिया.
- निवेश के लिहाज से जरूरी नहीं कि आप फिजिकल गोल्ड ही खरीदें, आज के समय में आप डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ETF भी खरीद सकते हैं. डिजिटल गोल्ड को 1 रुपए से भी खरीदा जा सकता है.
सोने में निवेश करने के ड्रॉबैक्स भी जानिए
- सोने की कीमतें समय के साथ बढ़ती रहती हैं, लेकिन ये स्टॉक या रियल एस्टेट जैसे ऑप्शंस को टक्कर नहीं दे पाता.
- फिजिकल गोल्ड को संभालकर रखना मुश्किल हो सकता है. फिजिकल गोल्ड ज्यादा हो तो आपको इसे सुरक्षित रूप से रखने के लिए बैंक लॉकर या अन्य सुरक्षा सेवा किराए पर लेनी पड़ सकती है. जिसके लिए चार्ज देना होता है.
- फिजिकल गोल्ड खरीदते समय आपको मेकिंग चार्ज भी देना पड़ता है. हालांकि आज के समय में डिजिटल गोल्ड का ऑप्शन भी मौजूद है, जिसमें मेकिंग चार्ज नहीं लगता.
म्यूचुअल फंड्स में निवेश क्यों करें?
- म्यूचुअल फंड्स एक ऐसा निवेश है जहां आपका पैसा शेयर बाजार, बॉन्ड्स, और अन्य एसेट्स में डाइवर्सिफाई होता है.
- इसमें आपका पैसा कई जगहों पर लगाया जाता है, जिससे जोखिम कम होता है.
- जरूरत पड़ने पर म्यूचुअल फंड्स को तुरंत भुनाया जा सकता है.
- इसमें आपको SIP के जरिए छोटे-छोटे अमाउंट में निवेश करने की सुविधा मिलती है.
- म्यूचुअल फंड्स के पिछले रिकॉर्ड्स बताते हैं कि इसमें महंगाई को मात देने की क्षमता है. लॉन्ग टर्म में इससे मोटा पैसा बनाया जा सकता है.
म्यूचुअल फंड्स में निवेश के नुकसान
- ये मार्केट बेस्ड स्कीम है, इसमें रिटर्न की गारंटी नहीं होती. बाजार में गिरावट होने पर नुकसान हो सकता है.
- अच्छे रिटर्न के लिए लंबी अवधि का निवेश करने की सलाह दी जाती है और इसके लिए धैर्य रखना जरूरी है.
- म्यूचुअल फंड्स में मैनेजमेंट फीस लगती है.
- म्यूचुअल फंड्स कई तरह के होते हैं. आमतौर पर इसमें किया गया निवेश टैक्स के दायरे में आता है. हालांकि ELSS स्कीम आपको टैक्स बेनिफिट देती है.
गोल्ड या म्यूचुअल फंड्स, आपके लिए कौन सा विकल्प सही?
गोल्ड और म्यूचुअल फंड्स दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं. निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल गोल्स, अवधि और जोखिम लेने की क्षमता का आकलन करें. अगर आप कम जोखिम चाहते हैं तो गोल्ड अच्छा विकल्प है. लेकिन अगर आप हाई रिटर्न के लिए लंबे समय तक निवेश कर सकते हैं और थोड़ा जोखिम भी ले सकते हैं तो म्यूचुअल फंड्स बेहतर है. डाइवर्सिफिकेशन के लिए दोनों को पोर्टफोलियो का हिस्सा बना सकते हैं.
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