EXCLUSIVE: 7th Pay Commission : कर्मचारियों के आंदोलन के आगे नरम पड़ी सरकार, बातचीत के लिए बुलाया
7th Pay Commission के तहत भत्ते दिए जाने व अन्य मांगों को ले कर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को मंत्रालय ने बातचीत के लिए बुलाया.
कर्मचारियों के लगातार आंदोलन के चलते मंत्रालय ने मांगों पर बातचीत के लिए बुलाया (फाइल फोटो)
कर्मचारियों के लगातार आंदोलन के चलते मंत्रालय ने मांगों पर बातचीत के लिए बुलाया (फाइल फोटो)
7th Pay Commission के तहत वेतन भत्त दिए जाने, पुरानी पेंशन स्कीम व अपनी 47 सूत्रीय मांगों को ले कर रेल कर्मचारी 26 नवम्बर से 30 दिसम्बर के बीच जनजागरण अभियान चला रहे थे. देश भर में इस अभियान के तहत कर्मचारियों को 11 दिसम्बर से वर्क टू रूल के तहत काम करने को कहा गया. कर्मचारियों को बताया गया कि वर्क टू रूल क्या है. रेल कर्मचारियों के इस रुख को देखते हुए रेल मंत्रालय ने कर्मचारियों की मांगों पर बातचीत करने के लिए कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों को 04 दिसम्बर के लिए बुलाया है. इस बैठक में कर्मचारियों की मांगों को ले कर कुछ निर्णय लिए जा सकते हैं.
मांगे मांगे जाने तक आंदोलन रहेगा जारी
दूसरी तरफ फिलहाल कर्मचारी सरकार पर भरोसा करने के मूड में नहीं है. इसी के चलते 03 नवम्बर को देश भर में स्टेशनों व रेलवे के बड़े कार्यालयों में सभाओं का आयोजन किया जाएगा. रेलवे के दिल्ली मंडल के सचिव अनूप शर्मा ने बताया कि 04 दिसम्बर को मंत्रालय ने कर्मचारियों की मांगों पर बातचीत के लिए बुलाया है. यह बातचीत कितनी सफल रहेगी इस पर आगे के आंदोलनों की रूपरेखा तय होगी. फिलहाल यूनियन की ओर से 05 दिसम्बर को एक स्टैंडिंग कमेटी की बैठक भी बुलाई गई है. 04 नवम्बर को हुई बातचीत के आधार पर इस बैठक में निर्णय लिए जाएंगे.
रेलवे संगठनों की ओर से आंदोलन की तय है रूपरेखा
रेलकर्मियों के संगठन नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा की ओर से जारी किए गए आंदोलन के शिड्यूल के तहत 26 से 30 नवम्बर तक पूरे उत्तर रेलवे में जम्मू से ले कर वाराणसी तक धरना- प्रदर्शन व रैली सभाओं का आयोजन कर जन जागरण अभियान चलाया गया. इस अभियान के माध्यम से रेल कर्मियों को मांगों के प्रति जागरूक करने के साथ ही 11 दिसम्बर से वर्क टू रूल के तहत काम करने को कहा गया. 03 दिसम्बर को नार्दन रेलवे की सभी शाखाओं पर प्रदर्शनों का आयोजन किया जाएगा और लोगों को रेल कर्मियों की मांगों पर प्रशासन की अब तक की प्रतिक्रिया के बारे में बताया जाएगा.
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11 दिसम्बर से लागू होगा वर्क टू रूल
इस आंदोलने के तहत रेल कर्मियों ने 11 दिसम्बर से वर्क टू रूल के तहत काम करने की घोषणा की है. नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन के दिल्ली मंडल के सचिव अनूप शर्मा ने बताया कि इस वार्षिक सम्मेलन में वर्किंग कमेटी ने अंतिम तौर पर वर्क टू रूल क तहत काम करने का निर्णय ले लिया गया है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में पहले ही प्रशासन को नोटिस दिया जा चुका है. उन्होंने बताया कि सम्मेलन के दौरान 7वें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने, न्यूनतम वेतन में वृद्धि व पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने की मांगों को प्रमुखता से रखा गया. उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही रेलवे कर्मचारियों की इन समस्याओं का समाधान सरकार की ओर से नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
ये हैं रेल कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
रनिंग कर्मचारियों के रनिंग एलाउंस व अन्य भत्तों को 7 वें सेतन आयोग के तहत दिया जाए. वहीं अब तक के भत्तों का एरियर जल्द से जल्द दिया जाए.
गुड्स गार्ड, सहायक लोको पायलट, लोको पायलट व गार्ड को अतिरिक्त भत्ते देते हुए उनके वेतनमान में सुधार किया जाए. साथ ही रेलवे गार्ड के पदनाम में जल्द से जल्द परिवर्तन किया जाए.
तकनीशियन ग्रेड 2 को तकनीशियन ग्रेड 1 के साथ समाहित कर उच्च वेतनमान दिया जाए. ग्रुप सी के शीर्ष कर्मचारियों को ग्रुप बी का दर्जा दिया जाए. 4600 ग्रेड पे वाले कर्मियों के वेतन में सुधार कर उन्हें 4800 ग्रेड पे दिया जाए.
जिन श्रेणियों में कैडर रीस्ट्रैचर नहीं हुए हैं उनमें जल्द से जल्द कैडर की रीस्ट्रक्चरिंग की जाए.
रेलवे कॉलोनियों की दुर्दशा को जल्द ठीक किया जाए.
12:53 PM IST