इंजीनियरिंग के नए ग्रेजुएट्स के लिए होंगे शानदार मौके, अब यहां भी कर सकेंगे इंटर्नशिप
यह प्रोग्राम इन नए ग्रेजुएट्स की मार्केट वैल्यू को बढ़ाने में मदद करेगा. इस एक साल के इंटर्नशिप प्रोग्राम के तहत उनकी अर्बन प्लानिंग, ट्रांसपोर्ट, पर्यावरण, साफ-सफाई, नगरपालिका के वित्तीय काम-काजों को समझने का मौका मिलेगा.
अर्बन स्टडी ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल की भी शुरुआत हुई है. (पीटीआई)
अर्बन स्टडी ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल की भी शुरुआत हुई है. (पीटीआई)
अगर आप इंजीनियरिंग के नए ग्रेजुएट (New engineering graduates) हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. सरकार ने ऐसे इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए इंटर्नशिप (Internship) को और ज्यादा सुविधाजनक बना दिया है. केंद्र सरकार ने इंजीनियरिंग के नए ग्रेजुएट्स के लिए एक खास- द अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम यानी ट्यूलिप (The Urban Learning Internship Program or Tulip) की शुरुआत कर दी है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, केंद्र सरकार की इस पहल से अब देश के 4,400 शहरी निकायों और 100 स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के साथ इन ग्रेजुएट्स को इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल `निशंक’ (Human Resource Development Minister Ramesh Pokhriyal `Nishank'), आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Housing and Urban Affairs Minister Hardeep Singh Puri) ने ज्वाइंट लेवल पर अर्बन स्टडी ट्रेनिंग प्रोग्राम (शहरी अध्ययन प्रशिक्षण कार्यक्रम) के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की.
यह प्रोग्राम इन नए ग्रेजुएट्स की मार्केट वैल्यू को बढ़ाने में मदद करेगा. इस एक साल के इंटर्नशिप प्रोग्राम के तहत उनकी अर्बन प्लानिंग, ट्रांसपोर्ट, पर्यावरण, साफ-सफाई, नगरपालिका के वित्तीय काम-काजों को समझने का मौका मिलेगा.
केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि देश में शहरी सेवाएं बहुत व्यापक हैं. यह इंटर्नशिप प्रोग्राम इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को ग्राउंड लेवल का एक्सपीरियंस प्रदान करेगा. इसका फायदा लोकल बॉडी और स्मार्ट सिटी को भी मिलेगा क्योंकि वह युवाओं के इनोवेशन और नए विचारों को अपना पाएंगे. इससे स्थानीय निकायों की कार्यक्षमता बढ़ेगी और उनकी सेवाएं और बेहतर होंगी.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
पोखरियाल ने कहा कि सरकार का टारगेट अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप कराने का है. इसके लिए आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय और अखिल भारतीय प्रौद्योगिकी शिक्षा परिषद (All India Council for Technology Education) के बीच करार भी हुए हैं. देश भर में लाखों नए ग्रेजुएट्स हर साल इंटर्नशिप के लिए अलग-अलग संस्थानों में मौके की तलाश में होते हैं. सरकार के इस फैसले से इन्हें बड़ी राहत मिलने वाली है.
09:45 AM IST