बंपर नौकरियों में बेंगलुरू फिर बना चैंपियन, जानिए दिल्ली-मुंबई रहे किस पायदान पर
रिपोर्ट के मुताबिक 95 फीसदी कंपनियों की हायरिंग मंशा जताई, जो अप्रैल से जून के दौरान 91 फीसदी थी. खास बात यह है कि बंगलोर में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेस दोनों सेक्टर्स में हायरिंग की मंशा में पॉजिटिव ग्रोथ देखने को मिली.
Intent to Hire: भारत में कंपनियों ने सितंबर तिमाही में ज्यादा हायरिंग की मंशा दिखाई. इसकी वजह IT, ई-कॉमर्स, FMCG और इससे जुड़े सेक्टर में मजबूत ग्रोथ है. इसमें देश के अन्य शहरों के मुकाबले बंगलोर में ज्यादा हायरिंग की मंशा दिखी. ह्युमन रिसोर्स कंपनी टीमलीज सर्विसेस (TeamLease Services) के एंप्लॉयमेंट आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक 61 फीसदी भारतीय कंपनियों ने दूसरी तिमाही में हायरिंग की मंशा जताई, जो पिछली तिमाही से 7 फीसदी ज्यादा है.
कंपनियों की हायरिंग मंशा में इजाफा
रिपोर्ट के मुताबिक 95 फीसदी कंपनियों की हायरिंग मंशा जताई, जो अप्रैल से जून के दौरान 91 फीसदी थी. खास बात यह है कि बंगलोर में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेस दोनों सेक्टर्स में हायरिंग की मंशा में पॉजिटिव ग्रोथ देखने को मिली. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सबसे आगे FMCG इंडस्ट्री रही, फिर हेल्थकेयर एंड फार्मा इंडस्ट्री, इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर, पावर एंड एनर्जी और एग्रीकल्चर एंड एग्रोकेमिकल इंडस्ट्री आती हैं. सर्विस सेक्टर की बात करें तो इसमें सबसे आगे IT इंडस्ट्री रही, जिसमें हायरिंग की मंशा अन्य से ज्यादा देखने को मिली. IT के बाद ई-कॉमर्स और उससे जुड़े स्टार्ट-अप, एजुकेशन सर्विसेस, टेलीकम्युनिकेशन, रिटेल और फाइनेंशियल सर्विसेस इंडस्ट्री का नंबर आता है.
आगे भी बढ़ेगी हायरिंग की मंशा
टीमलीज सर्विसेस के CBO महेश भट्ट कहते हैं कि पिछले दशक में बंगलोर में जबरदस्त इंडस्ट्री ग्रोथ देखने को मिली है. खासकर इंटरनेट बेस्ड न्यू एज कंपनियों के आने से इंडस्ट्री ग्रोथ को काफी सपोर्ट मिला है. उन्होंने कहा कि आने वाली तिमाहियों में हायरिंग मंशा में और इजाफा देखने को मिल सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक बंगलोर के अलावा दिल्ली, मुंबई और चेन्नई शहरों में भी हायरिंग मंशा देखने को मिली, क्योंकि इन शहरों में भी IT,सेल्स, इंजीनियरिंग और मार्केटिंग की डिमांड बढ़ी है. हालांकि, सेक्टर के लिहाज से देखें तो सर्विस सेक्टर में बंगलोर शहर सबसे ऊपर है. उसके बाद मुंबई और फिर दिल्ली का नंबर आता है. टीमलीज सर्विसेस की यह रिपोर्ट देश के 23 सेक्टर और 12 शहरों के 865 कंपनियों के हायरिंग सेंटीमेंट, पॉलिसी एंड डिसिजन मेकर्स और HR प्रोफेशनल्स के आधार पर तैयार किया गया है. इस रिपोर्ट में यह बताने की कोशिश की गई है कि जुलाई से सितंबर 2022 में हायरिंग की मंशा कैसी रही.
01:07 PM IST