अब नहीं बढ़ेंगे आलू, प्याज, टमाटर के दाम, सरकार बना रही है विशेष प्लान
मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत प्याज, आलू और टमाटर समेत तमाम जरूरी खाने-पीने के सामान के बफर स्टॉक से आपूर्ति बढ़ाई जाएगी.
आलू, प्याज और टमाटर जैसी वस्तुओं के दाम को कंट्रोल रखने के लिये सरकार ने एक कीमत स्थिरीकरण कोष बनाने का प्रस्ताव किया.
आलू, प्याज और टमाटर जैसी वस्तुओं के दाम को कंट्रोल रखने के लिये सरकार ने एक कीमत स्थिरीकरण कोष बनाने का प्रस्ताव किया.
इस बार आलू (Potato Prices), प्याज (Onion Prices) और टमाटर (Tomato Prices) की कीमतों ने खूब उछाल मारा. प्याज तो कई महीने तक 100 रुपये ऊपर किलो के दाम पर बिका. इस समय भी इसकी कीमत 50 रुपये किलो चल रही है. आलू की कीमतों में भी राहत नहीं है.
प्याज के दामों पर कंट्रोल करने के लिए सरकार ने हर तरह का हथकंड़ा अपनाया, लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली. प्याज और टमाटर की कीमतें आसमान छू जाने के कारण दिसंबर माह में खुदरा मुद्रास्फीति पांच साल के उच्चतम स्तर 7.35 प्रतिशत पर पहुंच गयी थी.
आने वाले समय में आलू, प्याज और टमाटर जैसी आवश्यक खाद्य वस्तुओं के दाम को कंट्रोल रखने के लिये सरकार ने एक कीमत स्थिरीकरण कोष (Price Stabilisation Fund) बनाने का प्रस्ताव किया. मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत प्याज, आलू और टमाटर समेत तमाम जरूरी खाने-पीने के सामान के बफर स्टॉक से आपूर्ति बढ़ाई जाएगी.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को लोकसभा में आम बजट 2020 (Budget 2020) पेश करते हुए कहा कि सरकार ने विभिन्न खाद्य सामग्रियों की कीमतें कंट्रोल में रखने के लिये समय-समय पर विभिन्न कदम उठाए हैं. सरकार दालें, प्याज और आलू जैसी आवश्यक कृषि-बागवानी सामग्रियों की कीमतों में उथल-पुथल रोकने के लिये पीएसएफ को लागू करने का प्लान कर रही है.
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उन्होंने कहा कि सरकार ने जमाखोरों तथा कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने तथा घरेलू उपलब्धता सुनिश्चित कर कीमतों को नियंत्रित रखने के लिये आयात शुल्क, न्यूनतम निर्यात दर, निर्यात पर रोक, भंडारण की सीमा जैसे व्यापार व राजकोषीय उपायों को अपनाया है.
02:08 PM IST