महंगे LPG सिलेंडर को जाओ भूल, इस सोलर चूल्हे पर बनेगा तीन टाइम का खाना, धूप में रखने का भी नहीं होगा झंझट
IOC Surya Nutan: इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने सूर्य नूतन नाम से एक रिचार्जेबल और इनडोर खाना पकाने का स्टोव पेश किया है, जो कि खाना पकाने के लिए सोलर एनर्जी का उपयोग करता है.
IOC Surya Nutan: भारत की टॉप ऑयल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने एक रिचार्जेबल और इनडोर खाना पकाने का स्टोव पेश किया है, जो कि खाना पकाने के लिए सोलर एनर्जी का उपयोग करता है. इसे 'सूर्य नूतन' (Surya Nutan) का नाम दिया गया है. इस सोलर स्टोव को सिर्फ एक बार खरीदने की लागत आती है, इसके अलावा इसका कोई मेंटेनस नहीं है. इसे फॉसिल फ्यूल के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है. तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने अपने आवास पर एक समारोह आयोजित किया, जहां उन्होंने इस चूल्हे पर थ्री-कोर्स मील बनवाया.
इंडियन ऑयल कॉर्प के डॉयरेक्टर एसएसवी रामकुमार ने कहा कि यह चूल्हा (Surya Nutan) स्टोव सौर कूकर से अलग है, क्योंकि इसे धूप में नहीं रखना पड़ता है.
Tried my hand at cooking Suji Ka Halwa on Surya Nutan solar cooking system with my colleague Sh @girirajsinghbjp Ji.
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) June 22, 2022
अपने मित्र श्री @girirajsinghbjp जी के साथ सूर्या नूतन सौर्य ऊर्जा कूकिंग सिस्टम पर सूजी का गर्मागर्म हलवा बनाया। @mp_kaushal @SureshKKhanna @SomParkashBJP pic.twitter.com/KDgsY7kIoe
कैसे करता है काम
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इस सोलर कूकिंग स्टोव Surya Nutan को इंडियन ऑयल के फरीदाबाद के अनुसंधान और विकास विभाग द्वारा विकसित किया गया है. यह हमेशा किचेन में ही रहती है, जिसका एक केबल बाहर या छत पर रखे PV पैनल के माध्यम से कैप्चर की गई सोलर एनर्जी को वहन करती है.
यह सूर्य से एनर्जी को इकट्ठा करता है और इसे विशेष रूप से डिजाइन किए गए हीटिंग तत्व के माध्यम से गर्मी में चेंज कर देता है. थर्मल ऊर्जा को वैज्ञानिक रूप से सिद्ध थर्मल बैटरी में संग्रहीत करता है और इनडोर खाना पकाने में उपयोग के लिए ऊर्जा को पुन: परिवर्तित करता है. इस कैप्चर की गई ऊर्जा से चार लोगों के परिवार के लिए दो टाइम का खाना बनाया जा सकता है.
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उन्होंने बताया कि स्टोव के इस्तेमाल से हर एक किलो LPG की बचत करने पर 3 कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम किया जा सकता है. वर्तमान में लद्दाथ सहित उच्च सोलर इंटेंसिटी वाले 60 जगहों पर इसके प्रोटोटाइप की टेस्टिंग की जा रही है. एक बार इसकी टेस्टिंग पूरी हो जाने पर इसका कमर्शियस मैन्यूफैक्चरिंग शुरू किया जाएगा.
कितनी होगी कीमत
उन्होंने कहा कि इस समय एक गैस चूल्हे की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के करीब आती है. लेकिन पैमाने की अर्थव्यवस्था को देखते हुए 2-3 लाख यूनिट का उत्पादन किया जाता है और कुछ सरकारी सहायता मिलती है, तो कॉस्ट 10,000 रुपये से 12,000 रुपये प्रति यूनिट तक तम हो सकती है.
बिना रखरखाव के चूल्हे की लाइफ 10 साल है. इसमें एक ट्रेडिशनल बैटरी नहीं है, जिसे बदलने की आवश्यकता है. साथ ही सोलर पैनल की लाइफ 20 साल होती है.
2-3 महीने में होगा प्रोडक्शन
इसका इस्तेमाल खाना बनाने से जुड़े हर काम के लिए किया जा सकता है. इसमें पानी उबालने से लेकर, तलने और रोटी पकाने में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे कमर्शियल रूप से लॉन्च करने में 2-3 महीने लगेंगे और मांग अधिक होने पर इसके लागत में और कमी आ सकती है.
04:07 PM IST