रूसी वैक्सीन Sputnik V के साथ मिलेगा बूस्टर डोज, डेल्टा वैरियंट पर भी करेगा वार
Sputnik V Booster dose: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जीत हासिल करने के लिए दुनियाभर में लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. अब तक करोड़ों लोगों को डोज लगाई जा चुकी है.
रूस का दावा है कि यह वैक्सीन भारत में पहली बार मिले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट पर भी असरदार साबित होगी.
रूस का दावा है कि यह वैक्सीन भारत में पहली बार मिले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट पर भी असरदार साबित होगी.
Sputnik V Booster dose: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जीत हासिल करने के लिए दुनियाभर में लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. अब तक करोड़ों लोगों को डोज लगाई जा चुकी है. अब रूस की कोरोना वैक्सीन निर्माता कंपनी गमालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट ने नया दावा किया है. कंपनी जल्द ही Sputnik V वैक्सीन का बूस्टर डोज लॉन्च करने जा रही है.
बूस्टर डोज का कॉकटेल
रूस का दावा है कि यह वैक्सीन भारत में पहली बार मिले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट पर भी असरदार साबित होगी. कंपनी के मुताबिक, यह बूस्टर डोज वैक्सीन (Booster Dose vaccine) कॉकटेल से बनाया गया है. डेल्टा वेरियंट भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में तेजी से फैल रहा है. इनमें ब्रिटेन, अमेरिका, वियतनाम जैसे देश शामिल हैं.
इम्यून रिस्पॉन्स देती है वैक्सीन
रूस की वैक्सीन सामान्य सर्दी जुखाम पैदा करने वाले adenovirus पर आधारित है. इस वैक्सीन को आर्टिफिशल तरीके से बनाया गया है. यह कोरोना वायरस SARS-CoV-2 में पाए जाने वाले स्ट्रक्चरल प्रोटीन की नकल करती है. इससे शरीर में ठीक वैसा इम्यून रिस्पॉन्स पैदा होता है जो कोरोना वायरस इन्फेक्शन से पैदा होता है.
साल के अंत तक 10 करोड़ डोज
Sputnik V का इस्तेमाल सिर्फ रूस ही नहीं, बल्कि भारत समेत कई अन्य देशों में भी किया जा रहा है. कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इस वैक्सीन की मंजूरी दी थी. देश में इस वैक्सीन का प्रोडक्शन हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज लैब कर रहा है. इस साल के अंत तक स्पुतनिक वी की दस करोड़ डोज बनाए जाने का फैसला किया गया है.
दिल्ली में भी मिलेगा Sputnik V टीका
डॉ. रेड्डीज लैब ने जानकारी दी है कि Sputnik V का टीका देश में 9 और शहरों में उपलब्ध होगा. इन शहरों के नाम दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, विशाखापत्तनम, बद्दी, कोल्हापुर और मिर्यालगुडा हैं. वहीं, स्पुतनिक वी बनाने वाले गामालेया रिसर्च सेंटर तथाकथित मॉस्को स्ट्रेन के खिलाफ टीके के असरदार होने को लेकर स्टडी कर रहा है. रूस के अधिकारियों ने नए स्ट्रेन को लेकर लोगों को अलर्ट किया है. टीके के डेवलपर्स को यकीन है कि वैक्सीन नए वैरिएंट के खिलाफ भी असरदार साबित होगी.
08:12 PM IST