साल 2019 में कैसा रहेगा मॉनसून, कितनी होगी बारिश, आ गया पहला अनुमान
इस साल अल नीनो (सूखा पड़ने) की संभावना बेहत कम है. 50 फीसदी से ज्यादा चांस है कि जून-जुलाई-अगस्त-सितंबर के दौरान अच्छी बारिश होगी.
वर्ष 2018 में मॉनसून के दौरान औसतन 91 फीसदी बारिश हुई थी.
वर्ष 2018 में मॉनसून के दौरान औसतन 91 फीसदी बारिश हुई थी.
पिछले साल से मौसम किसानों पर मेहरबान है. इस साल भी सर्दी का मौसम लंबा खिंचने से रबी का अच्छा उत्पादन होने का अनुमान है. सर्दी में बारिश भी अच्छी हुई है, लेकिन कुछ स्थानों पर ओले पड़ने से सरसों की फसल को भी नुकसान हुआ है. मौसम की यह मेहरबानी इस साल भी बनी रहेगी. मौसम का पूर्वानुमान व्यक्त करने वाली संस्था स्काईमेट ने कहा है कि इस साल मॉनसून सीजन में अच्छी बारिश की उम्मीद है.
स्काईमेट के मुताबिक, इस साल अल नीनो (सूखा पड़ने) की संभावना बेहत कम है. 50 फीसदी से ज्यादा चांस है कि जून-जुलाई-अगस्त-सितंबर के दौरान अच्छी बारिश होगी.
पिछले दो साल से मॉनसून किसानों पर मेहरबान रहा है. अगर इस साल भी बारिश अच्छी हुई तो यह मॉनसून की हैट्रिक होगी. वर्ष 2018 में मॉनसून के दौरान औसतन 91 फीसदी बारिश हुई थी.
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भारत में अधिकांश खेती वर्षा आधारित है. इसलिए फसल का उत्पादन बारिश को देखते हुए ही तय किया जाता है. बीते दो वर्षों से बारिश अच्छी हो रही है, जिसके चलते रबी और खरीफ, दोनों ही सीजन की फसलों से अच्छा उत्पादन हो रहा है.
05:25 PM IST