Primary से PG तक की किताबें पढ़ने को मिलेंगी यहां, जानिए किसको होगा एक्सेस
Coronavirus mahamari के कारण पूरी दुनिया में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. covid 19 मरीजों की संख्या में तेजी आने के कारण School-college खुलने के आसार भी कम हैं.
इसमें प्राइमरी (Primary) से लेकर कानून, मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे विषय की किताब एक प्लेटफॉर्म पर मिलेगी. (Reuters)
इसमें प्राइमरी (Primary) से लेकर कानून, मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे विषय की किताब एक प्लेटफॉर्म पर मिलेगी. (Reuters)
Coronavirus mahamari के कारण पूरी दुनिया में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. covid 19 मरीजों की संख्या में तेजी आने के कारण School-college खुलने के आसार भी कम हैं. ऐसे में बच्चों की ऑनलाइन क्लास और पेपर चल रहे हैं. इस बीच, सरकार ने छात्रों की मदद के लिए एक लाइब्रेरी तैयार की है. इसकी खासियत यह है कि इसमें प्राइमरी (Primary) से लेकर कानून, मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे विषय की किताब एक प्लेटफॉर्म पर मिलेगी.
HRD मिनिस्ट्री द्वारा तैयार नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी (National digital library) में 4.5 करोड़ से अधिक किताब हैं. यह लाइब्रेरी https://ndl.iitkgp.ac.in लिंक पर मिलेगी.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के मुताबिक यह लाइब्रेरी पूरे देश के छात्रों के लिए है. यह पोर्टल प्राइमरी (Primary) से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट (Post graduate) लेवल तक सभी विषयों को कवर करता है. मसलन इसमें सोशल साइंस, लिटरेचर, कानून, मेडिकल आदि सभी विषय कवर किए गए हैं.
केंद्रीय मंत्री निशंक के मुताबिक नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी में क्षेत्रीय भाषाओं में भी किताबें हैं. इस लाइब्रेरी में अब तक 4 करोड़ 60 लाख किताबें डिजिटाइजेशन से अपलोड कराई जा चुकी हैं. हरेक राज्य के छात्र अपनी बोली भाषा में यहां किताब पढ़ सकते हैं.
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Phd और Mphil और दूसरे कॉलेज के छात्र लॉकडाउन से सबसे अधिक प्रभावित हैं. हालांकि अब ऐसे छात्रों को हजारों जर्नल और लाखों पुस्तकें ऑनलाइन मिल सकेंगी.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की मानें तो research छात्रों के लिए लाइब्रेरी जरूरी है. लेकिन लॉकडाउन में ऐसा नहीं हो पा रहा. इसलिए अब Higher education के छात्रों को एक अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म 'शोध सिंधु' से भी आनलाइन पुस्तकें मुहैया कराई जा रहीं हैं. यह कदम इसलिए उठाया गया है, ताकि शोध कर रहे छात्रों को अच्छा रिसर्च पेपर मिल सके.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस ई-प्लेटफार्म से छात्रों को 10,000 जर्नल और 31 लाख 35 हजार किताबें उपलब्ध कराई हैं.
09:23 PM IST