PM Modi Speech: ‘मोदी है मौका लीजिये’, विपक्ष पर प्रधानमंत्री मोदी के 10 तीखे तीर
PM Modi Speech: प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) आज विपक्ष पर हमलावर नजर आए. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) को धन्यवाद देते हुए पीएम ने विपक्ष को निशाने पर लिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कोरोना का जिक्र करते हुए विपक्ष की खिंचाई की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कोरोना का जिक्र करते हुए विपक्ष की खिंचाई की.
PM Modi Speech: राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) आज विपक्ष पर हमलावर नजर आए. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) को धन्यवाद देते हुए पीएम ने विपक्ष को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, 'अच्छा होता कि अगर सभी सदस्य राष्ट्रपति जी का भाषण सुन पाते, लेकिन फिर भी राष्ट्रपति जी का अभिभाषण इतना शक्तिशाली था कि लोगों तक पहुंच गया.'
1.‘मैं विपक्ष के काम आया, ये मेरा सौभाग्य’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कोरोना का जिक्र करते हुए विपक्ष की खिंचाई की. उन्होंने कहा ‘कोरोना के कारण आप लोग फंसे रहते होंगे, लेकिन आपने सारा गुस्सा मेरे ऊपर निकाल दिया तो आपका मन भी हल्का हुआ. मैं आपके लिए काम आया, ये मेरा सौभाग्य मानूंगा. ये आनंद आप लगातार लेते रहिए और मोदी है तो मौका लीजिए.’
2.‘शादी होती है तो फूफी नाराज होकर कहती है...’
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) एक बयान पढ़ा जिसमें उन्होंने कृषि से जुड़े एक बड़े बाजार की वकालत की थी. मोदी ने कहा, 'मजा ये है जो लोग पॉलिटिकल बयानबाजी करते हैं उछल-उछल के, उनकी सरकारों ने भी अपने-अपने राज्यों में थोड़ा-बहुत तो किया ही है. किसी ने कानूनों की मंशा पर सवाल नहीं उठाए हैं. शिकायत ये है कि तरीका ठीक नहीं था... जल्दी कर दिया... ये रहता है. वो तो परिवार में शादी होती है तो फूफी नाराज होकर कहती है.. मुझे कहां बुलाया.. वो तो रहता है... इतना बड़ा परिवार है तो वो तो रहता ही है.'
3.‘मनमोहन सिंह ने कहा, मोदी कर रहा है’
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा,’ शरद पवार समेत कई कांग्रेस के नेताओं ने भी कृषि सुधारों की बात की है. आज विपक्ष यू-टर्न कर रहा है, क्योंकि राजनीति हावी है.’
पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह का वो बयान याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था, ‘हमारी सोच है कि बड़ी मार्केट को लाने में जो अड़चने हैं, हमारी कोशिश है कि किसान को उपज बेचने की इजाजत हो’. पीएम मोदी ने कहा कि जो मनमोहन सिंह ने कहा वो मोदी को करना पड़ रहा है, आप गर्व कीजिए.
Manmohan ji is here, I'd read out his quote. Those taking a U-Turn (farm laws) will perhaps agree with him. "There are other rigidities because of marketing regime set up in 1930s which prevent our farmers from selling their produce where they get highest rate of return...": PM pic.twitter.com/npAfVwLHlv
— ANI (@ANI) February 8, 2021
4. बाजवा और डेरेक ओ ब्रायन पर चुटकी
पीएम मोदी ने कहा, "यहां पर लोकतंत्र को लेकर बहुत उपदेश दिए गए हैं. भारत का लोकतंत्र ऐसा नहीं कि जिसकी खाल हम उधेड़ सकते हैं. मैं डेरेक (ओ'ब्रायन) जी की बात सुन रहा था. बढ़िया-बढ़िया शब्दों का प्रयोग हो रहा था. मैं सुन रहा था तो सोच रहा था कि ये बंगाल की बात है? कांग्रेस के हमारे (प्रताप सिंह) बाजवा साहब बोल रहे थे, मुझे लग रहा था थोड़ी देर में वह 84 तक पहुंच जाएंगे. खैर ऐसा नहीं हुआ. कांग्रेस देश को बहुत निराश करती है, एक बार फिर वही किया."
5. ‘आंदोलनजीवी लोगों को पहचानना होगा’
प्रधानमंत्री ने कहा, "हम लोग कुछ शब्दों से बड़े परिचित हैं. श्रमजीवी... बुद्धिजीवी... ये सारे शब्दों से परिचित हैं. लेकिन मैं देख रहा हूं कि पिछले कुछ समय से इस देश में एक नई जमात पैदा हुई है और वो है आंदोलनजीवी. ये जमात आप देखोगे वकीलों का आंदोलन है, वहां नजर आएंगे... स्टूडेंट का आंदोलन है वो वहां नजर आएंगे... मजदूरों का आंदोलन है वो वहां नजर आएंगे... कभी पर्दे के पीछे कभी पर्दे के आगे. ये पूरी टोली है जो आंदोलनजीवी है. वो आंदोलन के बिना जी नहीं सकते हैं. हमें ऐसे लोगों को पहचानना होगा."
6. ‘भावनाओं का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए’
पीएम ने कहा, "आपने सोशल मीडिया पर देखा होगा, फुटपाथ पर झोंपड़ी में रहने वाली मां भी बाहर दीया जलाकर बैठी है. हम उसकी भावनाओं का माखौल बना रहे हैं? उसका मजाक उड़ा रहे हैं." उन्होंने कहा, 'विरोध करने के लिए कितने मुद्दे हैं और करना भी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए कि देश का मनोबल टूटे. '
PM reitertes in Rajya Sabha 'MSP tha, MSP hai aur MSP rahega.'
— ANI (@ANI) February 8, 2021
He is replying in the House to the Motion of Thanks on the President’s Address. pic.twitter.com/CsqDxJHBxO
7. चौधरी चरण सिंह की बात का किया जिक्र
पीएम ने कहा, ‘छोटे किसानों की दयनीय स्थिति हमेशा चौधरी चरण सिंह को परेशान करती थी. उनका कथन है- किसानों का सेंसस लिया गया तो 33% किसान ऐसे हैं जिनके पास जमीन दो बीघे से कम हैं, दो बीघे नहीं है. 18 फीसदी जो किसान कहलाते हैं, उनके पास दो बीघे से चार बीघे जमीन हैं. ये 51% किसान चाहे जितनी मेहनत करें, अपनी थोड़ी सी जमीन पर ईमानदारी से इनकी गुजर नहीं हो सकती.‘ अब हम आगे देखें. ऐसे किसान जिनके पास 1 हेक्टेयर से भी कम जमीन है, 1971 में वे 51% थे. आज 68% हो चुके हैं. यानी देश में ऐसे किसानों की संख्या बढ़ी है जिनके पास बहुत थोड़ी सी जमीन है. आज लघु और सीमांत किसानों को मिलाएं तो 86% से ज्यादा किसानों के पास दो हेक्टेयर से भी कम जमीन है. ऐसे किसान 12 करोड़ है. क्या इन किसानों के प्रति हमारी कोई जिम्मेवारी नहीं?"
8. सुनाया नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भाषण का अंश
पीएम मोदी ने कहा, "मैं एक कोट सदन के सामने रखना चाहता हूं. 'हमारा लोकतंत्र किसी भी मायने में वेस्टर्न इंस्टिट्यूशन नहीं है. ये एक ह्यूमन इंस्टिट्यूशन है. भारत का इतिहास लोकतांत्रिक संस्थानों से उदाहरणों से भरा पड़ा है. प्राचीन भारत में 81 गणतंत्रों का वर्णन हमें मिलता है. आज देशवासियों को भारत के राष्ट्रवाद पर चौतरफा हो रहे हमले से आगाह करना जरूरी है. भारत का राष्ट्रवाद न तो संकीर्ण है, न स्वार्थी है और न ही आक्रामक है. ये सत्यम शिवम सुंदरम के मूल्यों से प्रेरित है' आदरणीय सभापति जी, ये कोटेशन आजाद हिंद फौज की प्रथम सरकार के प्रथम प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस का है. और संयोग है कि उनकी 125वीं जयंती हम मना रहे हैं. दुर्भाग्य इस बात का है कि जाने-अनजाने में नेताजी की इस भावना को, नेताजी के इन विचारों को, नेताजी के इन आदर्शों को भुला दिया है. और उसका परिणाम है कि आज हमीं हमको कोसने लग गए हैं."
Ghulam Nabi ji always speaks decently,never uses foul language. We should learn this from him,I respect him for it. He praised elections held in J&K... I believe your party will take it in right spirit,& not commit mistake of doing opposite by listening to suggestions of G-23: PM pic.twitter.com/WQEbSak4fB
— ANI (@ANI) February 8, 2021
9. ‘देश हर सिख के लिए गर्व करता है’
हम ये न भूलें कि कुछ लोग हमारे खासकर पंजाब के... खासकर सिख भाइयों के दिमाग में...गलत चीजें भरने में लगे हैं. ये देश हर सिख के लिए गर्व करता है. देश के लिए क्या कुछ नहीं किया इन्होंने. उनका जितना हम आदर करें, उतना कम है. मेरा भाग्य रहा है कि मुझे पंजाब की रोटी खाने का अवसर मिला है. जो भाषा उनके लिए कुछ लोग बोलते हैं, उनको गुमराह करने का जो लोग प्रयास करते हैं... इसे कभी देश का भला नहीं होगा."
10. पीएम मोदी ने सुनाई मैथिलीशरण गुप्त की कविता
पीएम मोदी ने कहा कि मैथिलीशरण गुप्त ने लिखा था,
"अवसर तेरे लिए खड़ा है
फिर भी तू चुपचाप पड़ा है
तेरा कर्मक्षेत्र बड़ा है
पल-पल है अनमोल
अरे भारत उठ, आंखें खोल"
उन्होंने कहा अगर आज के माहौल में मैथिलीशरण गुप्त लिखते तो कुछ ऐसा लिखते:
"अवसर तेरे लिए खड़ा है
तू आत्मविश्वास से भरा पड़ा है
हर बाधा हर बंदिश को तोड़
अरे भारत, आत्मनिर्भरता के पथ पर दौड़.
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03:47 PM IST