कोरोना संकट पर 12 विपक्षी दलों का PM Modi को पत्र, जानिए क्या दिए सुझाव
PM Modi ko letter: कोरोना वायरस महामारी से हालात के बीच विपक्षी पार्टियों के 12 नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी (Letter to PM Modi) को संयुक्त पत्र लिख कर कोविड-19 संक्रमण से लड़ने के सुझाव दिए हैं.
PM Modi ko letter: विपक्षी पार्टियों के 12 नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को संयुक्त पत्र लिखा है. (फाइल फोटो)
PM Modi ko letter: विपक्षी पार्टियों के 12 नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को संयुक्त पत्र लिखा है. (फाइल फोटो)
PM Modi ko letter: कोरोना वायरस महामारी से हालात के बीच विपक्षी पार्टियों के 12 नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी (Letter to PM Modi) को संयुक्त पत्र लिख कर कोविड-19 संक्रमण से लड़ने के सुझाव दिए हैं. इस पत्र में विपक्ष ने फ्री वैक्सीनेशन, सेंट्रल विस्टा प्रोग्राम बंद करने और उसका पैसा स्वास्थ्य सुविधाओं पर लगाने, बेरोजगारों के लिए 6 हजार रुपये देने जैसी 9 मांगे की हैं.
इस चिट्ठी पर सोनिया गांधी (INC), एचडी देवगौड़ा (जेडी-एस), शरद पवार (एनसीपी), उद्धव ठाकरे (एसएस), ममता बनर्जी (टीएमसी), एमके स्टालिन (डीएमके), हेमंत सोरेन (JMM), फारूक अब्दुल्ला (JKPA), अखिलेश यादव (SP), तेजस्वी यादव (RJD), डी राजा (CPI) और सीताराम येचुरी (CPI-M) के साइन हैं.
PM मोदी को दिए 9 सुझाव (9 suggestions given to PM Modi)
इसमें पत्र में पीएम मोदी से कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का उत्पादन बढ़ाने, केंद्र के पैसों से देशभर में टीकाकरण अभियान आगे बढ़ाने और सेंट्रल विस्टा परियोजना के निर्माण पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई है. इसके अलावा, पत्र में यह भी कहा गया कि केंद्र को सभी उपलब्ध स्त्रोतों (वैश्विक और घरेलू) का इस्तेमाल कर वैक्सीन की खरीद में तेजी लानी चाहिए.
Twelve leaders of Opposition parties write a joint letter to PM Narendra Modi suggesting a slew of measures for combating #COVID19 pic.twitter.com/b5HTNB6G6D
— ANI (@ANI) May 12, 2021
'विपक्ष के सुझावों को किया नजरअंदाज' ('Opposition suggestions ignored')
नेताओं ने पत्र में कहा, ‘देश में कोरोना महामारी अप्रत्याशित स्तर के मानवीय संकट का रूप ले चुकी है. हमने अतीत में भी आपका ध्यान उन कदमों की ओर खींचा जिन्हें केंद्र सरकार की ओर से उठाया जाना और लागू किया जाना जरूरी है. दुर्भाग्यवश आपकी सरकार ने सभी सुझावों को नजरंदाज कर दिया या फिर मानने से इनकार कर दिया. इस तरह से स्थिति भयावह मानवीय त्रासदी की तरफ बढ़ गई.’
सेंट्रल विस्टा परियोजना पर रोक की मांग ( Demands to ban on Central Vista project)
विपक्षी नेताओं ने यह मांग भी की, ‘बजट में आवंटित 35,000 करोड़ रुपये टीके के लिए खर्च किए जाएं. सेंट्रल विस्टा परियोजना पर रोक लगाई जाए. इसके लिए तय राशि का इस्तेमाल ऑक्सीजन और टीके की खरीद में किया जाए. बिना लेखा-जोखा वाले ट्रस्ट फंड ‘पीएम केयर्स’ में मौजूद सारी राशि का इस्तेमाल टीके, ऑक्सीजन और जरूरी चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए किया जाए.’
भत्ता और मुफ्त अनाज देने की मांग (Demand for allowance and free grain)
विपक्ष नेताओं ने कहा, ‘सभी बेरोजगार लोगों को 6,000 रुपये महीने दिए जाएं. जरूरतमंद लोगों को केंद्र सरकार के अन्न गोदामों से अनाज मुहैया कराया जाए. तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए ताकि लाखों अन्नदाता महामारी से बच सकें और भारतीय नागरिकों को खिलाने के लिए अन्न पैदा कर सकें.’ विपक्ष के प्रमुख नेताओं ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि भारत और हमारी जनता के हित में इन सुझावों को आपकी तरफ से सराहा जाएगा.
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09:56 PM IST