असम की राजधानी गुवाहाटी में देश का सबसे लंबा रिवर रोपवे बनाया गया है. रोपवे तारों के जरिये नदी पार कराने वाली एक ट्रॉली होती है. इसे उड़न खटोला भी कहते हैं.
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गुवाहाटी रोपवे
यह रोपवे ब्रह्मपुत्र नदी के दो किनारों को आपस में जोड़ेगा. इससे राजधानी गुवाहाटी और उत्तर गुवाहाटी आपस में मिल जाएंगे.
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ब्रह्मपुत्र के ऊपर बना रोपवे
रोपवे का संचालन गुवाहाटी में कचहरी घाट और उत्तरी गुवाहाटी में डोल गोविंदा मंदिर से किया जाएगा. यह ब्रह्मपुत्र के बीच में एक छोटे से द्वीप पर उमानंद मंदिर को पार करेगा.
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56 करोड़ की लागत
लगभग 56 करोड़ की लागत से बना यह रोपवे 1.8 किलोमीटर की दूरी तय कराएगा. इससे उत्तरी गुवाहाटी और शहर के मध्य हिस्सों के बीच यात्रा का समय घटकर आठ मिनट रह जाएगा.
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हिमंत बिस्व सरमा ने किया उद्घाटन
असम के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने रोपवे का उद्घाटन करने के बाद कहा कि इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि यात्रा भी आसान हो जाएगी.
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रोपवे प्रोजेक्ट
वर्ष 2003 में रोपवे की परियोजना पर काम शुरु हुआ था. रोपवे के एक कैबिन में 30 यात्री सफर कर सकेंगे.
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बढ़ेगा पर्यटन
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि यात्रा के समय को काफी कम करने के अलावा इस रोपवे से विशाल ब्रह्मपुत्र नदी के लुभावने दृश्य देखने को मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि निश्चित ही इस रोपवे से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
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