लॉकडाउन के बावजूद सेल ने किया रिकॉर्ड उत्पादन, रेलवे को भी दी बड़ी सप्लाई
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Wed, May 06, 2020 06:31 PM IST
देश की सार्वजनिक क्षेत्र (PSU) की स्टील उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान भारत में कच्चा स्टील उत्पादन (raw steel production) करने वाली सबसे बड़ी कंपनी बनकर उभरी है. सेल वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 161.5 लाख टन कच्चे स्टील का उत्पादन किया हैं, जो देश में किसी भी अकेली स्टील कंपनी द्वारा कच्चे इस्पात का किया गया सबसे ज्यादा उत्पादन है. स्टील उत्पादन Essential Services Maintenance Act (ESMA) के तहत आता है, और सेल कार्मिक इस लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान भी Essential उत्पादन को जारी रखे हुए हैं.
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सेल ने माइनिंग को भी बढ़ाया
कंपनी वित्त वर्ष 2019-20 में इस्पात उत्पादन (Steel production) के लिए ज़रूरी (Input) खनिजों की भी सबसे अधिक खनन (Mining) करने वाली कंपनी के रूप में उभरी है. सेल ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान इस्पात उत्पादन के लिए ज़रूरी 324.06 लाख टन (इनपुट) खनिजों का उत्पादन किया, जो पिछले वित्त वर्ष के मुक़ाबले 4% अधिक है. सेल अपनी आंतरिक जरूरतों के लिए लौह अयस्क (Iron ore), फ्लक्स (चूना और डोलोमाइट), कोकिंग कोल और गैर-कोकिंग कोयले का खनन करता है.
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सेल ने वित्त वर्ष 2019-20 में 54 फीसदी ज्यादा एक्सपोर्ट किया
सेल ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान, अब तक का सर्वाधिक 145 लाख टन Steel बेचा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 के मुक़ाबले 2.8% अधिक है. इसी के साथ कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान इसके पिछले वित्त वर्ष के मुक़ाबले 54% की ज्यादा 11.8 लाख टन स्टील का एक्सपोर्ट (Steel export) किया है. ये अब तक का सबसे अधिक एक्सपोर्ट है.
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सेल ने मॉडन तकनीक के साथ नए प्लांटों से बढ़ाया उत्पादन
सेल अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी के मुताबिक “सेल ने अपनी पुरानी इकाइयों से उत्पादन जारी रखते हुए, आधुनिकीकरण के तहत चालू नई इकाइयों से इस्पात उत्पादन में तेजी लाने के लिए लगातार ज़ोर दे रहा है. कंपनी द्वारा उत्पादन बढ़ाने की दिशा में किए गए ठोस प्रयासों का नतीजा है कि सेल ने वित्तवर्ष 2019 – 20 के दौरान एक अकेली कंपनी के रूप में, देश के सबसे बड़े घरेलू स्टील उत्पादक का दर्जा हासिल किया है.
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रेलवे की जरूरतों को पूरा करने के लिए सेल ने बढ़ाया उत्पादन
भारतीय रेलवे (Indian Railways) की 260 मीटर लंबे रेल पैनलों की जरूरत को पूरा करने के लिए सेल के भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) ने वित्त वर्ष 2018-19 के मुक़ाबले, वित्त वर्ष 2019-20 में 260 मीटर लंबे प्राइम रेल पैनल का 42% ज्यादा उत्पादन किया है. सेल की 260 मीटर रेल पैनल से रेलवे की पटरियों (Railway tracks) के बीच में वेल्डेड जोड़ों की कम संख्या करने में महत्वपूर्ण मदद मिलती है. इससे सुरक्षित रेल गाड़ियां चलाने के साथ ही गाड़ियों की स्पीड बढ़ाने में मदद मिलती है. इसी अवधि के दौरान रेलवे के लिए प्राइम रेल के कुल उत्पादन में भी 30% इजाफा हुआ है.
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