Nirav Modi Extradition: भारत लाया जाएगा भगोड़ा नीरव मोदी, ब्रिटेन ने प्रत्यर्पण को दी मंजूरी
बीते 25 फरवरी को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने मोदी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी. नीरव मोदी के पास प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील के लिए 14 दिन का समय है.
नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल में बंद है.
नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल में बंद है.
पीएनबी घोटले (PNB Scam) में वांक्षित मुख्य आरोपी नीरव मोदी (Nirav Modi) के प्रत्यर्पण को ब्रिटेन सरकार से मंजूरी मिल गई है. सीबीआई अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. मोदी पर अपने मामा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी करने का आरोप है. नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल में बंद है. नीरव करीब 2 अरब डॉलर (करीब 12 हजार करोड़) के पीएनबी घोटाले में वांक्षित है. नीरव मोदी के पास प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील के लिए 14 दिन का समय है.
बीते 25 फरवरी को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने मोदी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी. साथ ही उसकी सभी दलीलों को खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा था कि भारत की जेल में उसका ध्यान रखा जाएगा. करीब दो साल से चली कानूनी लड़ाई के बाद यह फैसला आया था. अदालत के फैसले की जानकारी ब्रिटेन के गृह विभाग को दी गई जिसके आधार पर नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अनुमति दी गई. हालांकि, यह कहा जा रहा है कि नीरव मोदी के पास अभी अपील का रास्ता बचा हुआ है और इस आदेश को वह हाई कोर्ट में चुनौती दे सकता है.
United Kingdom's Home Minister has approved the extradition of Nirav Modi: CBI official pic.twitter.com/cdqLHDYM92
— ANI (@ANI) April 16, 2021
भारत की प्रत्यर्पण की मांग पर ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीती पटेल (Priti Patel) ने सहमति जताते हुए मंजूरी दे दी है. नीरव मोदी वहां की कोर्ट से प्रत्यर्पण से बचने की कोशिश में लगा था. हालांकि, फरवरी में कोर्ट ने उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत होने की बात मान ली थी और उसकी सभी दलीलों को खारिज कर दिया था. घोटाले के बाद नीरव मोदी भारत से भाग गया था. ब्रिटेन की स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने उसे मार्च, 2019 को लंदन से गिरफ्तार किया था. तभी से वह वहां कि वैंड्सवर्थ जेल में बंद है.
प्रत्यर्पण के बाद आर्थर रोड जेल होगा ठिकाना!
भारत प्रत्यर्पण के बाद नीरव मोदी को मुंबई की आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा. ब्रिटेन की कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह सुनिश्चित किया कि नीरव मोदी की जान को कोई खतरा नहीं है, वहां उसे पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. नीरव ने सबूतों को नष्ट करने और गवाहों को डराने-धमकाने का भी काम किया है.
महाराष्ट्र के जेल विभाग ने 2019 में ही लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में बैरक नंबर-12 के बारे में जानकारी साझा कर दी थी. जेल विभाग ने बताया था कि नीरव मोदी को जहां रखा जाएगा, वो जगह हाई सिक्योरिटी वाली होगी और वहां उसे मेडिकल फैसिलिटी भी मिलेगी. अगस्त 2020 में वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने बैरक नंबर-12 का वीडियो भी देखा था. इसके बाद ही कोर्ट ने नीरव मोदी को भारत लाने की मंजूरी दी.
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07:58 PM IST