ED ने ली वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर्स के ठिकानों पर तलाशी, PMLA के तहत दर्ज हुआ है मामला
Money laundering case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को मुंबई में वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर्स से जुड़े ठिकानों की तलाशी ली.
ED ने वीडियोकॉन ग्रुप और प्रमोटर्स के परिसरों की तलाशी ली. (फाइल फोटो)
ED ने वीडियोकॉन ग्रुप और प्रमोटर्स के परिसरों की तलाशी ली. (फाइल फोटो)
Money laundering case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को मुंबई में वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर्स से जुड़े ठिकानों की तलाशी ली. ED ने मोजाम्बिक में व्यापारिक घराने की तेल और गैस संपत्तियों की फाइनेंसिंग के संबंध में बैंक लोन के पैसे के कथित रूप से गबन से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत तलाशी ली. सरकारी सूत्रों ने बताया कि सर्चिंग ग्रुप और उसके प्रमोटरों के कई परिसरों में ली जा रही है.
पिछले साल CBI ने दर्ज कराई थी FIR
केंद्रीय जांच एजेंसी का आपराधिक मामला पिछले साल CBI द्वारा दर्ज की गई FIR पर आधारित है. CBI ने पेट्रोलियम और तेल मंत्रालय की शिकायत पर FIR दर्ज की थी. ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया. सूत्रों ने बताया कि मामला बैंक कर्ज से हासिल पैसे को बाहर भेजने से संबंधित है और एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि क्या मनी लॉन्ड्रिंग हुई है. सीबीआई की शिकायत में कहा गया है कि 2008 में वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड (VIL) की सहायक कंपनी वीडियोकॉन हाइड्रोकार्बन होल्डिंग लिमिटेड (VHHL) ने अमेरिका स्थित एनाडार्को से मोजाम्बिक में रोवुमा एरिया 1 ब्लॉक में तेल और गैस ब्लॉक में 10 फीसदी हिस्से का अधिग्रहण किया था.
ED कर रही है जांच
ईडी पिछले कुछ सालों से वीडियोकॉन ग्रूप के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत, ICICI बैंक की पूर्व सीईओ और एमडी चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर की प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जांच कर रही है और उनके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किया गया है. कोचर, धूत और उनकी व्यावसायिक संस्थाओं के खिलाफ मामला वीडियोकॉन समूह की कंपनियों को 1,875 करोड़ रुपये के लोन की कथित अवैध मंजूरी से संबंधित है.
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09:07 AM IST