PM मोदी की साधना के बाद पॉपुलर हुई केदारनाथ की गुफा, 3 दिन में 3 गुना बढ़ा किराया
उत्तराखंड सरकार ने इस गुफा के दर्शन और यहां योग ध्यान करने के लिए आने वाले यात्रियों के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू कर दी है. इस गुफा में एक दिन रुकने का किराया 2500 रुपये है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 मई को केदारनाथ की गुफा में योग-साधना की थी (फाइल फोटो)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 मई को केदारनाथ की गुफा में योग-साधना की थी (फाइल फोटो)
केदारनाथ धाम में बनी गुफा में जल्द ही आम आदमी भी योगध्यान कर सकेगा. उत्तराखंड सरकार ने इस गुफा के दर्शन और यहां योग ध्यान करने के लिए आने वाले यात्रियों के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू कर दी है. इस गुफा में एक दिन रुकने का किराया 2500 रुपये है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस गुफा में 17 घण्टे तक बैठकर ध्यान करने के बाद इसकी मांग बढ़ गई है.
उत्तराखंड में वैसे तो कई गुफाएं हैं. लेकिन केदारनाथ धाम की गुफा काफी प्रसिद्ध हो चुकी है. भगवान शिव के पवित्र धाम में गुफा के भीतर बैठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साधना के बाद गढ़वाल मंडल विकास निगम इस गुफा में बैठकर योग-ध्यान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी है. उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के टूर पैकेज को गढ़वाल मंडल विकास निगम संचालित करता है. पिछले कुछ दिनों से गुफा के बारे में देश के अलग-अलग हिस्सों से कई लोगों ने पूछताछ भी की है.
गढ़वाल मंडल विकास निगम की प्रबंध निदेशक ईवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि गुफा इसी साल बनकर तैयार हुई. बहुत कम लोग पहले भी यहां आए. लेकिन प्रधानमंत्री के आने के बाद इसके लिए काफी पूछताछ हो रही है.
ईवा ने बताया कि इस गुफा में एक दिन रुकने का किराया 2500 रुपये तय किया गया है. इससे निगम को आमदनी भी बढ़ रही है. लेकिन यात्रा के पैकेज में अभी इस गुफा को शामिल नहीं किया गया है. अलग से ही इसकी ऑनलाइन बुकिंग चल रही है.
#Kedarnath गुफा की बढ़ी डिमांड, पीएम मोदी ने इसी गुफा में किया था ध्यान।#LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/7eFKk8b2uG
— Zee Business (@ZeeBusiness) May 22, 2019
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत का कहना है कि प्रधानमंत्री के बदरीनाथ केदारनाथ आने से राज्य के पर्यटन को नई ऊर्जा मिली है. इससे उत्तराखंड को काफी फायदा हुआ है.
केदारनाथ में आदि गुरु शंकराचार्य ने तपस्या की थी. इसलिए यहां ये स्थान उनकी तपस्थली के रूप में भी जाना जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार बाबा के धाम में पहुचते हैं. इस बार उन्होंने यहां बैठकर साधना भी की. इससे इसकी ख्याति बढ़ गई. 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम के आसपास काफी तबाही हुई थी. इसमे शंकराचार्य की समाधि स्थल सहित कई पौराणिक स्थलों को नुकसान पहुंचा था. लेकिन अब इसके पुनर्निर्माण के बाद एक नई केदारपुरी दिखाई दे रही है.
योग गुफा में हैं सभी सहूलियतें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस गुफा में योग साधना की थी वह कोई साधारण गुफा नहीं है. इस गुफा में जरूरत के सभी साधन उपलब्ध हैं. इस गुफा को आर्किटेक्ट ने शानदार लुक दिया है. यहां बिजली, पानी और वॉशरूम की उचित व्यवस्था है. गुफा के बाहर पत्थर को खूबसूरती से सजाया गया है और प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए लकड़ी के दरवाजे भी लगे हुए हैं.
खाने-नाश्ते की भी सुविधा
जो पर्यटक इस गुफा को किराये पर लेते हैं उन्हें GMVN की तरफ से नास्ता, खाना, रात का खाना और दो समय चाय दी जाती है. इसके अलावा 24 घंटे अटेंडेंट की भी सुविधा है, जो एक कॉल बेल की दूरी पर उपलब्ध है. गुफा में एक फोन भी लगाया गया है, जिसका इस्तेमाल इमरजेंसी के लिए किया जा सकता है.
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इन गुफाओं का विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) की तरफ से किया गया है. इन गुफाओं को मेडिटेशन केव (योग गुफा) नाम दिया गया है. ये गुफाएं केदारनाथ मंदिर से करीब 1 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं. अगर आप भी इन गुफाओं में जाना चाहते हैं तो इसका शुल्क 2500 रुपये रोजाना है.
पहले कम था किराया
'योग गुफा' के निर्माण के बाद इसका शुल्क रोजाना 3000 रुपये रखा गया था. लेकिन, कम लोगों के आने की वजह से इसका किराया 990 रुपये कर दिया गया. पहले इसे कम से कम तीन दिनों के लिए बुक करना पड़ता था, लेकिन अब इस शर्त को हटा दी गई है. पीएम मोदी द्वारा योग साधना किए जाने के बाद पर्यटकों में गुफा की मांग काफी बढ़ गई है. जिसे देखते हुए इसका किराया 2500 रुपये प्रति दिन कर दिया गया है.
'योग गुफा' बहुत ही ऊंचाई पर स्थित है और वहां पहुंचने में भी कठिनाई होती है, इसलिए एक समय में केवल एक शख्स ही गुफा में रह सकता है. इस गुफा को विशेष रूप से योग करने वालों के लिए ही बनाया गया है, जिन्हें शांति और एकांकी की तलाश होती है.
(देहरादून से मनमोहन भट्ट की रिपोर्ट)
06:01 PM IST