लोकसभा चुनाव 2019 : देर रात तक आएंगे चुनावी नतीजे, जानें क्या है वजह
हर विधानसभा क्षेत्र के 5 बूथ के EVM के वोट और VVPAT का मिलान होगा. EVM से जैसे ही वोटों की गिनती खत्म होगी, उसके बाद लॉटरी से उन बूथों का चयन किया जाएगा, जहां के EVM और VVPAT का मिलान करना है.
542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशी चुनाव लड़े हैं. सात चरणों में हुये मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशी चुनाव लड़े हैं. सात चरणों में हुये मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
लोकसभा चुनाव के रिजल्ट का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. वैसे तो ईवीएम में वोटिंग होने से वोटों की गिनती जल्दी हो जाती है, लेकिन इस बार लोगों को फाइनल रिजल्ट के लिए देर तक इतंजार करना होगा. लोकसभा चुनाव के तहत देश भर में 542 संसदीय सीटों के लिए डाले गए मतों की गिनती गुरुवार को सुबह आठ बजे शुरू होगी. पहली बार ईवीएम गणना के साथ मतदाता सत्यापित पेपर ऑडिट पर्चियों (वीवीपैट) का मिलान किए जाने के कारण देर शाम तक परिणाम आने की संभावना है.
542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशी चुनाव लड़े हैं. सात चरणों में हुये मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. भारतीय संसदीय चुनाव में यह सबसे अधिक मतदान है.
लोकसभा चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के परिणामों का मिलान पेपर ट्रेल मशीनों से निकलने वाली पर्चियों से किया जाएगा. यह मिलान प्रति विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों में होगा. प्रक्रिया के मुताबिक, सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी.
पहले होगी डाक मतपत्रों की गिनती
ड्यूटी पर तैनात मतदाताओं (सर्विस वोटर) की संख्या करीब 18 लाख है. इनमें सशस्त्र बल, केन्द्रीय पुलिस बल और राज्य पुलिस बल के जवान शामिल हैं जो अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर तैनात हैं. विदेश में भारतीय दूतावासों में पदस्थ राजनयिक और कर्मचारी भी सेवा मतदाता हैं. इन 18 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से 16.49 लाख ने 17 मई को अपने अपने रिटर्निंग अधिकारियों को डाक मतपत्र भेज दिये थे. हाथों से डाक मतपत्रों को गिनने में कम से कम कुछ घंटे का समय लगेगा. पेपर ट्रेल मशीनों से निकलने वाली पर्चियों को अंत में गिना जाएगा.
कैसे होगा मिलान
हर विधानसभा क्षेत्र के 5 बूथ के EVM के वोट और VVPAT का मिलान होगा. EVM से जैसे ही वोटों की गिनती खत्म होगी, उसके बाद लॉटरी से उन बूथों का चयन किया जाएगा, जहां के EVM और VVPAT का मिलान करना है. इसके लिए अलग से VVPAT काउंटिंग बूथ बनाए गए हैं. काउंटिंग के दौरान अगर कोई EVM खराब होती है तो उसकी वोटों की गिनती VVPAT से की जाएगी.
क्या है VVPAT
VVPAT का मतलब है वोटर वेरीफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल. आसान भाषा में कहें तो वोट डालने के बाद आपके वोट का वह प्रमाण जो आप खुद देख सकते हैं. मतदान के दौरान हर बूथ पर EVM से एक VVPAT को कनेक्ट किया जाता है. जब कोई मतदाता EVM पर अपने प्रत्याशी के नाम के सामने वाला बटन दबाते हैं तो VVPAT से में यह दर्ज होता है कि आपने किसे वोट दिया है. VVPAT में प्रत्याशी का नाम, चुनाव चिह्न और पार्टी का नाम दिखाई देता है. इसके बाद महज 7 सेकेंड के बाद VVPAT से एक पर्ची निकलती है, जिसमें यह पूरा ब्योरा छपा होता है. यह पर्ची छपकर एक सीलबंद बॉक्स में गिर जाती है.
(इनपुट भाषा से)
02:20 PM IST