तेजस का एडवांस वर्जन बढ़ाएगा पाक की टेंशन, नल एयर बेस पर तैनात होगा पहला LCA Mark-1A फाइटर जेट
LCA Mark 1 A Fighter Aircraft: तेजस के एडवांस वर्जन LCA मार्क 1A फाइटर एयरक्राफ्ट स्क्वाड्रन को राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित नल एयर बेस में तैनात किया जाएगा. ये एयर बेस पाकिस्तान फ्रंट के बेहद करीब है.
LCA Mark 1 A Fighter Aircraft: भारतीय वायुसेना तेजस के एडवांस वर्जन LCA मार्क 1A फाइटर एयरक्राफ्ट स्क्वाड्रन को राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित नल एयर बेस में तैनात करने जा रही है. नल एयरबेस पाकिस्तान फ्रंट के बेहद करीब है. LCA मार्क 1A फाइटर एयरक्राफ्ट तेजस का एडवांस वर्जन है. ये फाइटर जेट लेटेस्ट स्वदेशी रडार और एवियॉनिक्स से लैस है. डिफेंस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) पहला LCA मार्क 1A एयरक्राफ्ट भारतीय वायुसेना को फरवरी-मार्च तक डिलीवर कर सकती है.
LCA Mark 1 A Fighter Aircraft: नल एयरबेस राजस्थान में तैनात किए जाएंगे LCA मार्क 1A फाइटर विमान
सूत्रों ने ANI को बताया कि, 'LCA मार्क 1A फाइटर विमानों का पहले स्क्वाड्रन नल एयर बेस राजस्थान में तैनात किया जाएगा. इसे वर्तमान में तैनात दो मिग-21 बाइसन स्क्वाड्रन में से एक में शामिल किया जाएगा.' 83 विमान का पहले से ही उत्पादन चल रहा हैं. 97 और विमानों को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. ऐसे में LCA मार्क 1A का बड़ी संख्या में उत्पादन करने की योजना है. 40 LCA मार्क-1 तेजस लड़ाकू विमानों के साथ, कुल 220 LCA मार्क 1 और LCA मार्क 1A विमानों को अगले 8 से 10 साल में सेवा में शामिल करने की योजना है.
LCA Mark 1 A Fighter Aircraft: MIG-21, MIG-23 और MIG-27 को करेंगे रिप्लेस
एलसीए मार्क1ए विमान इसके मिग-21, मिग-23 और मिग-27 को रिप्लेस करेंगे. जबकि मिग-23 और मिग-27 को बल द्वारा पहले ही चरणबद्ध तरीके से हटा दिया गए हैं. विंटेज मिग-21 के दो स्क्वाड्रन अभी भी सर्विस में हैं. जल्द ही चरणबद्ध तरीके से हटा दिए जाएंगे. भारतीय वायुसेना भविष्य में मिराज-2000 और जगुआर विमानों की जगह स्वदेशी लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल करेगी. HAL ने ने भी लड़ाकू विमानों के प्रोडक्श की दर में बढ़ोत्तरी की है. साल 2025 तक हर साल 24 विमान बनाने के आंकड़े तक पहुंचने की उम्मीद है.
LCA Mark 1 A Fighter Aircraft: 1 लाख 74 करोड़ रुपए की परियोजना को दी थी मंजूरी
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रक्षा सूत्रों ने कहा कि योजना के अनुसार, LCA Mark 1 और Mark 1ए के 10 स्क्वाड्रन, LCA Mark-2 के 12 से 13 स्क्वाड्रन और रूसी मूल के Su-30MKI के 13 स्क्वाड्रन के साथ उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान बनाए जाएंगे. अगले दशक के अंत तक भारी संख्या में भारतीय वायु सेना के लिए बनाया जाएगा. आपको बता दें की रक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाली DAC ने अपनी आखिरी मीटिंग में भारतीय वायु सेना की 1.74 लाख करोड़ रुपये से अधिक की तीन प्रमुख स्वदेशी परियोजनाओं को मंजूरी दे दी थी. ये तीनों परियोजनाएं HAL और निजी क्षेत्र की कंपनियों के साथ पार्टनरशिप में पूरी की जाएंगी.
08:55 PM IST