अगर किसी दूसरे शहर फंसे हैं तो क्या करें! लॉकडाउन में कैसे जाएं अपने घर, जानें यहां
लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी अपने घर से दूर दूसरे शहरों में फंसे लोगों को हो रही है.
लॉकडाउन (Lockdown) का चौथा चरण शुरू हो गया है. लॉकडाउन 4.0 (Lockdown 4.0) की मियाद 31 मई तक के लिए है. सरकार ने इस चरण में नियमों को कुछ ढील दी है. हालांकि केंद्र ने ज्यादातर फैसले लेने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर भी सौंप दी है.
लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी अपने घर से दूर दूसरे शहरों में फंसे लोगों को हो रही है. हालांकि सरकार ने कुछ नियमों के साथ चुनिंदा रूट्स पर ट्रेन सर्विस शुरू की हुई है. अब तो इंटरस्टेट बस चलाने की जिम्मेदारी भी राज्यों को दे दी गई है. इसके लिए मुसाफिर को कई औपचारिकताओं से होकर गुजरना होगा.
यहां हम बता रहे हैं कि अगर आप अपने घर से दूर हैं तो किस तरह अपने घर पहुंच सकते हैं. यहां हम मुंबई में की जाने वाली औपचारिकताओं के बारे चर्चा कर रहे हैं.
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पुलिस कार्रवाई
सबसे पहले मुंबई पुलिस (Mumbai Police) का एप्लिकेशन फॉर्म भरें. यह फॉर्म पुलिस स्टेशन से लेने के बजाय किसी की मदद से इंटरनेट के जरिए हासिल करें तो बेहतर होगा.
मेडिकल सर्टिफिकेट
अगर आप सड़क के रास्ते या प्राइवेट गाड़ी से जाना चाहते हैं तो मेडिकल सर्टिफिकेट हासिल करें. अगर ट्रेन से जा रहे हैं तो मेडिकल सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.
ऐसे जमा करें फॉर्म
फॉर्म को जमा करने के लिए पुलिस थाने में ट्रेन, सड़क और निजी वाहन से जाने वालों की तीन अलग-अलग लाइन हैं.
फॉर्म जमा करने के बाद
एप्लिकेशन फॉर्म जमा होने के बाद पुलिस इन फॉर्म की डिटेल कंप्यूटर में एंट्री करने के बाद अन्य राज्य के नोडल अधिकारियों से इजाजत हासिल करती है. साथ ही भारतीय रेल के साथ कॉर्डिनेट करती है.
ट्रेन खुलने का स्थान और समय तय होने के बाद रजिस्टर्ड लोगों को फोन करके बुलाया जाता है और मेडिकल जांच कर ट्रेन में रवाना किया जाता है. दूसरे राज्यों से परमिशन मिलने के बाद प्राइवेट वाहन से जाने वालों को तुरंत परमिशन दी जाती है. सरकारी बस का इंतजाम होने पर सड़क से जाने वालों को इजाजत दी जाती है.
गुजरात या राजस्थान के लिए
अगर आप गुजरात या राजस्थान जाना चाहते हैं तो ये प्रोसेस थोड़ा आसान है. क्योंकि, मुंबई पुलिस को इन राज्यों के नोडल ऑफिसर से इजाजत की आवश्यकता नहीं है. ऐसे में अगर आपके पास निजी वाहन है तो आप जल्द से जल्द शहर छोड़ सकेंगे. वरना सरकारी बस या ट्रेन का इंतजाम होने तक थोड़ा और समय जरूर इंतजार करना पड़ सकता है.
अगर आपके पास अपना साधन नहीं है तो
अगर आपके पास निजी वाहन नहीं है और आप जल्द अपने शहर पर लौटना चाहते हैं तो आप सरकारी बस या ट्रेन पर निर्भर होने के बजाय आपस में (कम से कम 25 लोगों का) एक ग्रुप बनाकर किराए की बस का इंतजाम करें. अपने में से किसी एक को ग्रुप का मुखिया चुनें और अपने ग्रुप की जानकारी एक पेन ड्राइव में लेकर एप्लिकेशन और मेडिकल सर्टिफिकेट के साथ पुलिस स्टेशन में जमा कर दें.
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इससे पुलिस का प्रक्रिया में लगने वाला काफी वक्त बचेगा और आपको भी बिना किसी तकलीफ़ के जल्द से जल्द मदद मिल सकेगी.
08:30 AM IST