महंगे मेडिकल बिल पर सरकार का एक्शन, दवाओं के मार्जिन पर सरकार ने बुलाई बैठक, जानिए डीटेल्स
Costly Medical Bill: लंबे समय से चलने वाली बीमारियों के इलाज मे इस्तेमाल होने वाली दवाओं की कीमतों पर सरकार सख्त एक्शन ले सकती है.
Costly Medical Bill: लंबे समय तक चलने वाले इलाज और महंगी दवाओं पर लगाम लगाने के लिए सरकार एक्शन में आ गई है. दरअसल, जो बीमारियां लंबे समय तक चलती हैं या जिन बीमारियों के लिए लंबा इलाज चलता है, उनका खर्चा भी बहुत ज्यादा हो जाता है. ऐसे में कई बार कई परिवार को तबाह होते हुए भी देखा गया है. लेकिन सरकार अब हरकत में आ गई है और इस पर रोक लगाना चाहती है. इसके लिए सरकार ने दवा कंपनियों को तलब किया है और 26 जुलाई को बैठक बुलाई है.
ज्यादा प्रॉफिट पर रोक लगाने पर फोकस
बता दें कि लंबे समय तक चलने वाली बीमारियों का इलाज भी महंगा होता है. ऐसे में कई बार लोगों के लाखों रुपए सिर्फ दवाइयों में लग जाते हैं. लेकिन अब सरकार इस महंगी दवा से लोगों को राहत दिलाने वाली है. सरकार ने इसके लिए 26 जुलाई को बैठक बुलाई है, जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया करेंगे.
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दवाओं के मार्जिन पर होगा जोर
बता दें कि इस बैठक में दवाओं के मार्जिन पर सरकार दवा कंपनियों के साथ बातचीत करेगी. बैठक में शामिल सभी दवा कंपनियां, स्वास्थ्य मंत्रालय, एनपीपीए और ड्रग रेगुलेटर शामिल होंगे. इस बैठक का लक्ष्य दवाई की कीमतों को रेगुलेट करना है और लोगों को महंगी दवा से निजात दिलाना है.
क्या है इस बैठक का एजेंडा
इस बैठक में लंबे समय से चलने वाली दवाइयों के लिए दाम पर चर्चा होगी. कैंसर, किडनी, हार्ट से जुड़ी बीमारियों और एंटी इन्फेक्शन दवाओं पर चर्चा होगी. इन बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के मार्जिन को नियंत्रित करने पर फोकस किया जाएगा. बता दें कि दवा की लागत और कीमत में काफी बड़ा अंतर होता है. वहीं थोक, डिस्ट्रीब्यूटर और रीटेल मार्जिन पर चरणबद्ध तरीके से कैप करने की तैयारी की जाएगी.
04:47 PM IST