Ola ई-स्कूटर की बिक्री पर FADA प्रेसीडेंट का ट्वीट- दिसंबर में बेचे सिर्फ 111 यूनिट, कंपनी ने जताया एतराज
OLA e-Scooter Sale: दिसंबर में ओला ने अपने दोनों स्कूटर की कुल 111 यूनिट ही बेचीं. कंपनी की तरफ से इस पर कोई डाटा नहीं जारी किया गया है लेकिन FADA के अध्यक्ष ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
OLA E-Scooter Sale: पिछले साल अगस्त महीने में दमदार एंट्री के लॉन्च हुए ओला के ई-स्कूटर (OLA S1-OLA S1 Pro) की दिसंबर में सिर्फ 111 यूनिट ही बिकी हैं. केंद्र के व्हीकल्स पोर्टल के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने अपने ई-स्कूटरों को सिर्फ 4 राज्यों में ही डिलीवर किया है. हालांकि ओला (OLA) ने अभी तक अपने स्कूटर की बिक्री पर कोई डाटा शेयर नहीं किया है. FADA के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने ओला के ई स्कूटर की बिक्री के डाटा को लेकर एक ट्वीट किया और वहां कंपनी से दो सवाल किए. FADA के ट्वीट में ही इस बात का खुलासा हुआ है कि कंपनी ने दिसंबर में सिर्फ 111 स्कूटर की डिलीवर किए हैं.
FADA के अध्यक्ष ने किया ट्वीट
ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने ट्वीट कर इस बात का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि 10 मिलियन यानी 1 करोड़ की क्षमता का दावा करने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक दिसंबर में सिर्फ 111 स्कूटर ही बेचे.
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इस ट्वीट में उन्होंने दो सवाल पूछे और कहा कि क्या डायरेक्ट टू कस्टमर कॉन्सेप्ट एक बड़ी बाधा बन रही है? या फिर ये असली है या किसी अन्य मीडिया/स्टार्टअप कंपनी का प्रचार है?
ओला ने किन राज्यों में बेचे अपने ई-स्कूटर
व्हीकल्स पोर्टल के मुताबिक, डाटा से पता चलता है कि ओला इलेक्ट्रिक (OLA Electric) ने कर्नाटक और तमिलनाडु में अपने S1 और S1 Pro स्कूटर की डिलीवरी की है. 111 स्कूटर में से 60 यूनिट कर्नाटक और 25 तमिलनाडु में डिलीवर किए गए. इसके अलावा महाराष्ट्र में 15 और राजस्थान में 11 स्कूटर डिलीवर किए गए हैं.
With a claim of 10Mn capacity, @OlaElectric sells mere 111 vehicles in Dec.
— Vinkesh Gulati (@VinkeshGulati) December 31, 2021
Is Direct to Customer concept posing a big hindrance?
Is it for real or just another media/startup hype company? pic.twitter.com/Y2e0O9QyiN
कंपनी ने दी ये दलील
कंपनी ने कहा कि हमारे लिए दिसंबर बिक्री का डाटा 200 से ज्यादा है. कंपनी ने कहा कि सब जानते हैं कि वाहन डाटा अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग RTO के जरिए अलग टाइम स्पीड में अपडेट होता है.
कंपनी ने आगे कहा कि कुछ राज्य वाहन पर रजिस्टर नहीं है, इसलिए वाहन पोर्टल पर अस्थायी रजिस्ट्रेशन अपडेट नहीं हुए हैं. दलील में आगे कहा कि विंकेश के आंकडों पर भरोसा ना करें क्योंकि वो हमारे डायरेक्ट टू कस्टमर मॉडल से बाहर हैं.
05:52 PM IST