अब हिंदी में भी कर सकेंगे इंजीनियरिंग, देश के इस जाने-माने संस्थान में जोर-शोर से चल रही तैयारी
Engineering in Hindi: हिंदी में इंजीनियरिंग पढ़ाने वाले एक्सपर्ट्स की लिस्ट तैयार की गई है.
बीएचयू हिंदी में इंजीनियरिंग शुरू करने वाला पहला संस्थान बन जाएगा. (फाइल फोटो: पीटीआई)
बीएचयू हिंदी में इंजीनियरिंग शुरू करने वाला पहला संस्थान बन जाएगा. (फाइल फोटो: पीटीआई)
Engineering in Hindi: अगर आपकी अंग्रेजी कमजोर है और आप इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो भाषा आपकी राह में रुकावट नहीं बनेगी. जल्द ही आप हिंदी में भी इंजीनियरिंग कर सकेंगे. इसके लिए देश के जाने-माने यूनिवर्सिटी BHU में तैयारी चल रही है. यहां अगले सेशन से हिंदी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हो जाएगी.
योगी आदित्यनाथ सरकार ने अगले एकेडमिक सेशन से बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में हिंदी में इंजीनियरिंग कोर्स पढ़ाने का फैसला किया है. बीएचयू अब हिंदी में इंजीनियरिंग सिलेबस देने वाला देश का पहला संस्थान होगा. यह फैसला तकनीकी पढ़ाई को आगे बढ़ाने के साथ उत्तर प्रदेश के युवाओं में राष्ट्रीय गौरव को बढ़ाने के लिए भाषा की बाधा को दूर करने के लिए बनाया गया है. सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, शुरुआत में हिंदी का ऑप्शन B-Tech फर्स्ट ईयर के छात्रों तक ही सीमित रहेगा. लेकिन आने वाले सालों में इसे हायर लेवल पर भी पेश किया जाएगा. इसको लेकर सभी जरूरी तैयारियां कर ली गई हैं.
तैयार की गई एक्सपर्ट्स की लिस्ट
हिंदी में इंजीनियरिंग पढ़ाने वाले एक्सपर्ट्स की लिस्ट तैयार की गई है. इसके लिए बाहर से भी एक्सपर्ट्स को बुलाया जाएगा. इस बीच बीएचयू, फर्स्ट ईयर के B-Tech कोर्स के लिए हिंदी की किताबों की व्यवस्था करने में लगा हुआ है. IIT BHU के डायरेक्टर और राजभाषा समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के लिए हिंदी में इंजीनियरिंग कोर्स शुरू करने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत अंग्रेजी के साथ हिंदी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया गया है. जिसमें मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने का प्रावधान है. प्रो जैन ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं के प्रयोग से इंजीनियरिंग का दायरा बढ़ेगा ही क्योंकि समाज के हर वर्ग के प्रतिभाशाली युवा तकनीकी पढ़ाई के लिए आगे आएंगे.
अगले एकेडमिक सेशन से लागू करने की तैयारी
गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति के तहत केंद्र सरकार ने पिछले साल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में हिंदी में इंजीनियरिंग शुरू करने की घोषणा की थी. इसके बाद बीएचयू ने इस पर काम करना शुरू कर दिया था. लकिन महामारी के कारण योजना को ठंडे बस्ते में डालना पड़ा. हालांकि कोरोना के मामलों में गिरावट के साथ राज्य सरकार अगले एकेडमिक सेशन से इसे लागू करने के लिए कमर कस रही है.
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04:31 PM IST