महान फुटबॉलर डिएगो Maradona के निधन से खेल प्रेमियों में शोक की लहर
Maradona 60 वर्ष के थे. वह काफी समय से बीमार चल रहे थे. बुधवार की रात हार्ट अटैक आने से उनका निधन हो गया.
महान फुटबॉल खिलाड़ी डिएगो माराडोना का बुधवार को निधन हो गया. (File Photo Reuters)
महान फुटबॉल खिलाड़ी डिएगो माराडोना का बुधवार को निधन हो गया. (File Photo Reuters)
Diego Maradona dead: दुनिया के महान फुटबॉल खिलाड़ी डिएगो माराडोना (football legend Diego Maradona) का बुधवार को निधन हो गया. वे 60 वर्ष के थे. वह काफी समय से बीमार चल रहे थे.
बुधवार की रात हार्ट अटैक आने से उनका निधन हो गया. माराडोना के निधन से खेल जगत समेत समाज के तमाम वर्गों में शोक की लहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी माराडोना के जाने को खेल जगत की बहुत बड़ी क्षति बताया है.
प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने अपने शोक संदेश में लिखा है, "अपने पूरे करियर के दौरान, उन्होंने हमें फुटबॉल के मैदान पर कई शानदार खेल के पल दिए. उनके असामयिक निधन ने सभी को दुखी कर दिया."
Diego Maradona was a maestro of football, who enjoyed global popularity. Throughout his career, he gave us some of the best sporting moments on the football field. His untimely demise has saddened us all. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2020
टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने भी माराडोना के निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि फुटबॉल और खेल जगत ने अपने महानतम सपूतों में से एक को खो दिया है.
तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने 1986 विश्व कप की जीत के बाद ट्रॉफी लिए अपने साथियों के कंधे पर सवार माराडोना (Diego Armando Maradona) की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है, ‘फुटबॉल और खेल जगत ने अपने महानतम सपूतों में से एक को खो दिया. आपकी आत्मा को शांति मिले डिएगो. आपकी याद आएगी’.
करिश्माई खिलाड़ी
अर्जेंटीना के डिएगो माराडोना फुटबॉल को फुटबॉल का करिश्माई खिलाड़ी माना जाता था. माराडोना ने 491 मैचों में 259 गोल दागे थे. उन्हें '20वीं सदी के सबसे महान फ़ुटबॉलर' होने का गौरव हासिल था. गरीब परिवार में पले माराडोना ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल की दुनिया में कदम रख दिया था.
हैंड ऑफ गॉड (head of God)
माराडोना ने अपने देश अर्जेंटीना को साल 1986 में वर्ल्ड कप (Football World Cup) में जीत दिलाई और चार बार टूर्नामेंट के फाइनल तक पहुंचाया. 1986 के फुटबॉल विश्व कप में माराडोना के गोल ने अर्जेंटीना को विश्व विजेता बनाया था, लेकिन उनका यह गोल विवादों के घेरे में आ गया.
उन पर आरोप लगे कि उन्होंने यह गोल हाथ से किया था. मैच के बाद माराडोना ने कहा था कि उन्होंने यह गोल 'थोड़ा सा अपने सिर और थोड़ा सा भगवान के हाथ से' किया था. इसके बाद से फ़ुटबॉल के इतिहास में यह घटना हमेशा के लिए 'हैंड ऑफ़ गॉड' (head of God) के नाम से दर्ज हो गई.
विश्व कप के इसी मैच के दौरान माराडोना एक ऐसा गोल किया जिसे सदी का गोल यानी 'गोल ऑफ द सेंचुरी' (Goal of the Century) कहा गया.
शोहरत के साथ तोहमत भी
माराडोना ने इस दुनिया में जितनी शोहरत पाई, उनका जीवन उतना भी विवादित भी रहा. वह नशे की लत में फंस गए. नशे के चलते उन्हें कई बार टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा. पिछले लंबे समय से वह कोकीन की लत और मोटापे से जुड़ी कई परेशानियों से जूझ रहे थे.
11:24 AM IST