Covaxin News: 2 साल से बड़े बच्चों पर दूसरे/तीसरे चरण के ट्रायल को मिली मंजूरी
भारत के शीर्ष दवा नियामक ने भारत बायोटेक (Bharat BioTech) के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन का दो से 18 साल तक के बच्चों को लगाने के लिए दूसरे/तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल (Clinical Trial) को मंजूरी दे दी है. यह ट्रायल 525 स्वस्थ वॉलेंटियर पर किया जाएगा.
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने दो से 18 वर्ष की आयु वर्ग पर क्लिनिकल ट्रायल करने का प्रस्ताव दिया था.
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने दो से 18 वर्ष की आयु वर्ग पर क्लिनिकल ट्रायल करने का प्रस्ताव दिया था.
भारत के शीर्ष दवा नियामक ने भारत बायोटेक (Bharat BioTech) के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन (Covaxin) का दो से 18 साल तक के बच्चों को लगाने के लिए दूसरे/तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल (Clinical Trial) को मंजूरी दे दी है. यह ट्रायल 525 स्वस्थ वॉलेंटियर पर किया जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘देश के राष्ट्रीय नियामक, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने सावधानीपूर्वक जांच करने के बाद विषय विशेषज्ञता समिति (एसईसी) की सिफारिश को मंजूर कर लिया है और कोवैक्सीन (कोविड रोधी टीके) के निर्माता भारत बायोटेक लिमिटेड को 12 मई को दो से 18 वर्ष की आयु के लोगों पर इसके दूसरे/तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी दे दी.’’
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने दो से 18 वर्ष की आयु वर्ग पर क्लिनिकल ट्रायल करने का प्रस्ताव दिया था. ट्रायल में टीके की दो खुराक 28 दिन के अंतराल में दी जाएगी. एसईसी ने कोविड-19 पर 11 मई को हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा की.
इससे पहले 24 फरवरी को एसईसी की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा की गई और कंपनी को संशोधित क्लिनिकल ट्रायल प्रोटोकॉल देने को कहा गया. स्वदेश निर्मित कोवैक्सीन का उत्पादन भारत बायोटेक ने किया है. अभी 18 से 44 आयु वर्ग और 45 या उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों को यह टीका लगाया जा रहा है.
अगर आप कोरोना से रिकवर हो गए हैं, तो आपको वैक्सीन कब लगवानी चाहिए. सरकार के पैनल ने इस पर एक अहम सुझाव दिया है. सूत्रों के मुताबिक, कोविड19 पॉजिटिव मरीजों को रिकवरी के 6 माह बाद तक वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए. देश भर में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम चल रहा है. महामारी पर काबू पाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों का फोकस वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाने पर है. कई राज्यों में वैक्सीन की कमी के चलते 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो पाया है. कुछ राज्यों में सीमित जगहों पर ही टीका लगाया जा रहा है.
NTAGI का सुझाव
सूत्रों के मुताबिक, NTAGI ने कहा कि कोविड19 के लिए पॉजिटिव लोगों को कोरोना का वैक्सीन रिकवरी के छह माह बाद तक टाल देना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को को कोई भी कोरोना वैक्सीन लेने का विकल्प दिया जाना चाहिए. वहीं, स्तनपान कराने महिलाओं को डिलिवरी के बाद किसी भी समय वैक्सीन लेने का सुझाव है.
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05:28 PM IST