Covid-19: कोरोना के मरीजों को बड़ी राहत, 7 दवा कंपनियों ने घटाए रेमडिसिविर के दाम
Covid-19: कोरोना के रिकॉर्ड मामलों के बीच इसके मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. 7 दवा कंपनियों ने रेमडिसिविर के दाम (Remedisvir price) कम करने की घोषणा की है
दवा कंपनियों ने रेमडिसिविर के दाम (Remedisvir) कम करने की घोषणा की है. (फाइल फोटो)
दवा कंपनियों ने रेमडिसिविर के दाम (Remedisvir) कम करने की घोषणा की है. (फाइल फोटो)
Covid-19: कोरोना के रिकॉर्ड मामलों के बीच इसके मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. 7 दवा कंपनियों ने रेमडिसिविर के दाम (Remedisvir price) कम करने की घोषणा की है. कोरोना (Coronavirus) मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही देश में इन इंजेक्शनों की डिमांड भी बढ़ गई है. इसकी कीमत कम करने के लिए सरकार ने पिछले सप्ताह इन कंपनियों से बातचीत की थी.
रेमडेसिविर के दाम में कमी (Remedisvir price reduction)
रेमडेसिविर की कीमत में 899 से 3490 से रुपये तक की कमी की गई है. इसकी कीमत आमतौर पर 2,800 से 5,400 रुपये (per 100ml vial) है. सात दवा निर्माताओं ने कोरोना महामारी को देखते हुए यह फैसला किया. कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच यह फैसला अहम है क्योंकि अस्पतालों में गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिससे ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सपोर्ट की डिमांड भी काफी बढ़ गई है.
इन्होंने घटाए दाम (These companies reduced the price)
देश में एंटी वायरल इंजेक्शन की कमी के बीच सरकार के हस्तक्षेप के बाद इन कंपनियों ने इसकी कीमतों में कटौती की है. हैदराबाद की डॉ. रेड्डीज लैब इस दवा को रेडिक्स नाम से बेचती है. उसने इसका दाम 5400 रुपये से कम कर अब 2700 रुपये कर दिया है. इसी तरह सिप्ला की दवा सिप्रेमी अब 3000 रुपये की हो गयी है. इसकी कीमत पहले 4000 रुपये थी.
वहीं माइलान ने इस दवा के अपने ब्रांड का मूल्य 4800 से 3400 रुपये और जुबिलैंट जेनेरिक्स ने इस दवाई के अपने ब्रांड की दर प्रति यूनिट 3400 रुपये कर दी है. पहले यह 4700 रुपये में मिलती थी. इसी तहर हेट्रो हेल्थकेयर ने इसकी कीमत 5400 रुपये की जगह 3490 रुपये कर दी है. वह इसे कोवीफॉर ब्रांड नाम से बेचती है. कैडिला हेल्थकेयर के Remdac की कीमत सबसे कम है. इसकी कीमत 899 रुपये प्रति इंजेक्शन है.
कोरोना के इलाज में मददगार (Used in the treatment of corona)
देश में 7 अलग-अलग कंपनियां रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdisivir Injection) बनाती हैं. देश में रेमडेसिविर की बढ़ती मांग की वजह से सरकार ने पिछले दिनों इसके निर्यात पर भी रोक लगाने का फैसला किया था.
उत्पादन बढ़ाने पर जोर (Government's emphasis on increasing production)
फिलहाल इन कंपनियों के पास प्रति माह लगभग 38.80 लाख यूनिट बनाने की क्षमता है. सरकार चाहती है कि उत्पादन की क्षमता को बढ़ाकर 78 लाख प्रतिमाह कर दिया जाए. जिससे कोरोना (Coronavirus) मरीजों के इलाज में तेजी लाई जा सके.
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02:55 PM IST