Covid-19: कोरोना से अपनों को खोने वाले बच्चों के लिए महाराष्ट्र सरकार का बड़ा एलान, जानिए मिलेंगी कौन सी सुविधाएं
Covid-19: कोरोना की वजह अपने मां-बाप या इनमें से किसी एक को खोने वाले बच्चों के लिए महाराष्ट्र सरकार ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.
कोरोना से मां-बाप या इनमें से किसी एक को खोने वाले बच्चों को मदद मिलेगी. (फाइल फोटो: PTI)
कोरोना से मां-बाप या इनमें से किसी एक को खोने वाले बच्चों को मदद मिलेगी. (फाइल फोटो: PTI)
Covid-19: कोरोना की वजह अपने मां-बाप या इनमें से किसी एक को खोने वाले बच्चों के लिए महाराष्ट्र सरकार ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. राज्य सरकार ऐसे बच्चों को तीन साल का ट्यूशन फीस और लैपटॉप या मोबाइल फोन देगी जिससे वो ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें. महाराष्ट्र की महिला और बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर ने ये घोषणा की.
ट्यूशन फीस और लैपटॉप देने की घोषणा
महाराष्ट्र में कोरोना की दोनों लहर ने कहर बरपाया. इससे न सिर्फ लाखों लोग संक्रमित हो गए बल्कि बड़ी संख्या में लोगों की जान भी चली गई. इस महामारी की वजह से बड़ी संख्या में बच्चों के सर से पिता का साया उठ गया. सैकड़ों बच्चे ऐसे भी हैं जिन्हें अब मां का आंचल नसीब नहीं होगा. यही नहीं 400 बच्चे अनाथ हो गए यानी उनके माता-पिता दोनों की कोरोना की वजह से मौत हो गई. इन बच्चों को सरकार राज्य सरकार 3 साल तक मदद देगी.
काउंसलिंग के लिए भी पहल
मासूम इस सदमे से उबर सकें इसके लिए भी सरकार ने पहल की है. राज्य सरकार ने इसके लिए Indian Psychiatric Society के साथ एमओयू (MoU) साइन किया है, जिससे ऐसे बच्चों की काउंसलिंग की जा सके जिन्होंने महामारी में हमेशा के लिए अपनों को खो दिया. वहीं दूसरा एमओयू प्रोजेक्ट मुंबई (Project Mumbai) के साथ साइन किया गया है, जिससे बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक जरूरतों (education finances) को देखा जा सके.
400 बच्चे हो गए अनाथ
महिला और बाल कल्याण विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कोरोना की वजह से मां या पिता को खोने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 13,000 हो गई है. वहीं 400 बच्चे अनाथ हो गए हैं.
बच्चों पर भी कोरोना का कहर
हाल ही में जारी BMC की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में 50 फीसदी बच्चों में कोरोना एंटीबॉडी पाई गई है. BMC के सीरो सर्वे में ये खुलासा हुआ. रिपोर्ट के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर में 10 से 14 साल की उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित हुए हैं, जिनका आंकड़ा 53.43 फीसदी है. वहीं 1 से 4 साल की उम्र के बच्चों में 51.04 फीसदी, 5 से 9 साल के बच्चों में 47.33 फीसदी और 15 से 18 साल के बच्चों में 51.39 फीसदी है. यानी कि औसतन 1 से 18 साल के बच्चों में 51.18 फीसदी कोरोना संक्रमण हो चुका है.
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06:37 PM IST