Festive Season: 2 साल बाद बाजारों में लौटी रौनक, CAIT को इस साल ज्यादा बिजनेस की उम्मीद
Festive Season: इस साल व्यापारियों के संगठन CAIT को ज्यादा बिजनेस की उम्मीद है. संगठन का कहना है कि जिस तरह मार्केट में लोग खरीदारी कर रहे हैं, ये ई-कॉमर्स व्यापार को बड़ा तमाचा है.
2 साल बाद बाजार में लौटी रौनक, व्यापारियों को अच्छे बिजनेस की उम्मीद (ANI)
2 साल बाद बाजार में लौटी रौनक, व्यापारियों को अच्छे बिजनेस की उम्मीद (ANI)
Market During Festive Season: दिवाली त्योहार का महीना आज से शुरू हो गया है लेकिन करवाचौथ से पहले ही बाजार में लोगों ने खरीदारी से त्योहार की रौनक बना दी है. अभी दो दिन पहले ही अहोई अष्टमी से शुरू हुए दीपावली पर्व पर इस साल दिल्ली सहित देश भर के बाजारों में ग्राहकों की संख्या में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है जिससे देश भर के व्यापारियों को लगता है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल दिवाली त्योहार की खरीदारी में काफी बढ़ोतरी होगी. खास बात यह है कि बाजारों में मौटे तौर पर चीनी सामान नदारद है और इसकी जगह देसी सामान ने ले ली है.
इस साल व्यापारियों को त्योहार से अच्छी उम्मीद
इतना ही नहीं, ग्राहक बाजार से माल खरीदने से पहले यह तक पूछ रहे हैं कि क्या ये माल चीन का तो नहीं है. बता दें कि साल 2019 और 2020 की दिवाली व्यापारियों के लिहाज से बेहद फीकी रही लेकिन इस बार दिवाली त्योहार से व्यापारियों की बड़ी उम्मीदें हैं.
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ई-कॉमर्स व्यापार लोगों को नहीं आया रास- CAIT
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा की इस साल की दिवाली विशुद्ध रूप से "भारतीय दिवाली-लोकल दिवाली" होगी. CAIT का कहना है कि इस साल देशभर में व्यापारी अपने घरों और दुकानों में वैदिक रीति से दिवाली पूजन करेंगे और अपने ग्राहकों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे. कैट ने यह भी कहा कि जिस तरह से ग्राहक बाजारों में आ कर खरीदी कर रहे हैं, वो ई-कॉमर्स व्यापार पर एक बड़ा तमाचा है.
दिवाली पर 50 हजार करोड़ के व्यापार का अनुमान
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने आज एक साझा बयान जारी किया और कहा कि 2 दिन पहले CAIT ने एक सर्वे के आधार पर इस साल चीन को दिवाली त्योहार पर 50 हजार करोड़ के व्यापार का अनुमान जताया था. बयान में आगे कहा गया कि जिस तरह इस साल देश के सभी राज्यों के बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है तो उसे देखते हुए यह अनुमान बिल्कुल ठीक साबित होगा.
कैट ने बताया की कोरोना के बाद ग्राहकों के मन में एक मानसिकता पैदा हो गई कि किसी भी आकस्मिक विपदा से निपटने के लिए एक बचत कोष का होना जरूरी है. यही वजह है कि बाजारों में ग्राहक त्योहार से संबंधित सामान ही खरीद रहे हैं.
अतिरिक्त सामान नहीं खरीद रहे लोग
आम तौर पर लोग एक्स्ट्रा सामान खरीदने से बच रहे हैं. CAIT ने बताया कि खास तौर पर मिट्टी के दिए, रेडीमेड गारमेंट्स, कपड़े, गिफ्ट आइटम्स, FMCG प्रोडक्ट्स, रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं, सौंदर्य प्रसाधन, कन्फेक्शनरी, मिठाई, घर में साज सज्जा की वस्तुएं, बिजली की लड़ियां और सजावटी बल्ब, मेहंदी, रंगोली का सामान , बिजली की कंडीलें, हैंडलूम फैब्रिक्स, फर्निशिंग आइटम्स आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं.
इस साल धनतेरस (Dhanteras 2021) के दिन भी देश भर के सर्राफा व्यापारियों को भी बड़े व्यापार की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि कोरोना माहमारी की वजह से देश में लोगो की खरीदने की क्षमता में कमी आई है लेकिन सोने-चांदी के बढ़ते भाव को देखते हुए इस साल भी बाजारों में भारी निवेश की उम्मीद की जा रही है.
हमेशा की तरह सोना-चांदी ही निवेशकों की पहली पसंद ही रहेगा। जिसके लिए सर्राफा बाजारों ने भी पूरी तैयारी की है और हर रेंज में ग्राहकों के लिए वैरायटीज उपलब्ध हैं. पिछले साल धनतेरस पर हुई सोने-चांदी की बिक्री में इस बार 15% से 18% की बढ़ोतरी की उम्मीद है.
02:53 PM IST