सरकार ने ट्रांजिट में टूटे चावल के निर्यात की समय सीमा 30 सितंबर से बढ़ाकर 15 अक्टूबर की
Broken Rice Export: सरकार के इस फैसले अब उन कन्साइनमेंट को एक्सपोर्ट की इजाजत होगी जिनकी लोडिंग हो चुकी है, जिनकी बिलिंग हो चुकी है और जो पोर्ट पर कस्टम के सुपुर्द कर दिया गया है.
वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने 2.12 करोड़ टन चावल का निर्यात किया था जिसमें से 39.4 लाख टन बासमती किस्म का चावल था. (File Photo)
वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने 2.12 करोड़ टन चावल का निर्यात किया था जिसमें से 39.4 लाख टन बासमती किस्म का चावल था. (File Photo)
Broken Rice Export: केंद्र सरकार ने टूटे चावल के निर्यातकों को बड़ी राहत दी है. सरकार ने ट्रांजिम में टूटे चावल (Broken Rice) के निर्यात की समय सीमा को 30 सितंबर 2022 से बढ़ाकर 15 अक्टूबर 2022 कर दी. इससे पहले समय सीमा 15 सितंबर से 30 सितंबर तक बढ़ा दी गई थी. सरकार के इस फैसले अब उन कन्साइनमेंट को एक्सपोर्ट की इजाजत होगी जिनकी लोडिंग हो चुकी है, जिनकी बिलिंग हो चुकी है और जो पोर्ट पर कस्टम के सुपुर्द कर दिया गया है.
आपको बता दें कि 9 सितंबर को सरकार ने देश में चावल की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए Broken Rice के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके अलावा सरकार ने चावल के विभिन्न ग्रेड के निर्यात पर 20% ड्यूटी लगाई थी.
चावल उत्पादन कम होने की भी आशंका
खरीफ के मौजूदा उपज सत्र में चावल का उत्पादन कम होने की भी आशंका है. चालू खरीफ सत्र में अबतक धान का बुवाई क्षेत्र 5.62% घटकर 383.99 लाख हेक्टेयर रह गया है. देश के कुछ राज्यों में बारिश कम होने की वजह से धान का बुवाई क्षेत्र घटा है.
क्यों बैन हुआ टूटे चावल का एक्सपोर्ट?
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टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने की वजह बहुत बड़े पैमाने पर टूटे चावल की खेप बाहर भेजी जा रही थी. इसके अलावा पशु चारे के लिए भी समुचित मात्रा में टूटा चावल उपलब्ध नहीं है. इसका इस्तेमाल एथनॉल में मिलाने के लिए भी किया जाता है. वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने 38.9 लाख टन टूटे चावल का निर्यात किया था जो वर्ष 2018-19 के 12.2 लाख टन की तुलना में बहुत अधिक है.
चीन के बाद चावल उत्पादन में दूसरे स्थान पर मौजूद भारत इस खाद्यान्न के वैश्विक व्यापार में 40% हिस्सेदारी रखता है. वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने 2.12 करोड़ टन चावल का निर्यात किया था जिसमें से 39.4 लाख टन बासमती किस्म का चावल था.
10:50 AM IST