दूसरा राहत पैकेज जारी कर सकती है सरकार! वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने दिए संकेत
अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए मोदी सरकार ने मई के महीने में 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी.
कोविड-19 संक्रमण हल्का पड़ने और लोगों में इसका डर कम समाप्त होने पर सरकार दूसरा वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज (Economic stimulus package) जारी कर सकती है. वित्त मंत्रालय (finance ministry) के एक वरिष्ठ अधिकारी टी.वी. सोमनाथन ने इस बात के संकेत दिए हैं.
केंद्रीय व्यय सचिव (expenditure secretary) टी.वी. सोमनाथन (TV Somanathan) ने कहा कि सरकार ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (Direct Benefit Transfer) से बैंक खातों में जितनी राशि भेजी, देखने में आया कि उसमें से करीब 40 प्रतिशत भी खर्च नहीं किया गया, बल्कि उसे बचाकर रख लिया गया. इससे यह लगता है कि सरकारी कदमों की अपनी सीमाएं हैं और कई बार इसके लिए समय का चुनाव बहुत अहम हो जाता है.
डुन एंड ब्रैडस्ट्रीट इंडिया के एक कार्यक्रम में सोमनाथन ने कहा कि मौजूदा वक्त में सामान्य आर्थिक गतिविधियां ठहर गई हैं. इसका सरकार ने क्या किया या नहीं किया से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि इसका लेना-देना लोगों के बीच पनपे कोरोना वायरस के डर से है.
सोमनाथन ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य हालत बहुत नाजुक हुए बने हैं. फाइनेंशियल और बीमा सेक्टर के अलावा सिनेमाघर, मॉल और रेस्तरां जैसी प्राइवेट सर्विस बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं.
उन्होंने कहा कि जब लोगों के बीच स्वास्थ्य चिंता कम होगी तब सरकार वित्तीय प्रोत्साहन देकर अर्थव्यवस्था में मदद कर सकती है.
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बता दें कि सरकार ने वित्तीय प्रोत्साहन के पहले दौर की घोषणा मार्च के अंत में की थी. इसमें देश के सकल घरेलू उत्पाद का करीब दो फीसदी अतिरिक्त व्यय वाले कदम भी उठाए गए. भारतीय रिजर्व बैंक ने भी नीतिगत दरों में दो बार बड़ी कटौती की और इस महीने इस कटौती पर रोक भी लगा दी. इसके चलते विशेषज्ञों के एक धड़े के बीच यह धारणा बन रही है कि सरकार को अब ज्यादा खर्च करना होगा.
मोदी सरकार ने मई के महीने में 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी. इस पैकेज को आत्मनिर्भर भारत पैकेज (atmanirbhar bharat package) नाम दिया गया था.
08:00 AM IST