Indian Economy 2021: आठ कोर इंडस्ट्री का प्रोडक्शन मार्च में जोरदार बढ़ा, यहां समझें पूरी बात
Indian Eight Core Industries 2021: प्राकृतिक गैस, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ बुनियादी उद्योगों की ग्रोथ रेट बढ़ी.
ग्रोथ रेट में पिछले साल इसी महीने यानी मार्च 2020 में 8.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी. (रॉयटर्स)
ग्रोथ रेट में पिछले साल इसी महीने यानी मार्च 2020 में 8.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी. (रॉयटर्स)
Indian Eight Core Industries 2021: देश में आठ बुनियादी उद्योगों (Eight Core Industries) के प्रोडक्शन में इस साल मार्च में 6.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. तुलनात्मक आधार कमजोर होने के बीच प्राकृतिक गैस, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ बुनियादी उद्योगों की ग्रोथ रेट बढ़ी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, आठ बुनियादी उद्योगों- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली (Coal, crude oil, natural gas, refinery products, fertilizers, steel, cement and electricity) की ग्रोथ रेट में पिछले साल इसी महीने यानी मार्च 2020 में 8.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी.
जानें मार्च का पूरा आंकड़ा (Core Industries Production Growth)
खबर के मुताबिक, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़े के मुताबिक, मार्च महीने में प्राकृतिक गैस, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन में क्रमश: 12.3 प्रतिशत, 23 प्रतिशत, 32.5 प्रतिशत और 21.6 प्रतिशत का उछाल आया. वहीं पिछले साल इसी महीने में इनमें क्रमश: (-) 15.1 प्रतिशत, (-) 21.9 प्रतिशत, (-) 25.1 प्रतिशत और (-) 8.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी.
इन सेक्टर में गिरावट (Fall in these sectors)
कोयला, कच्चा तेल, रिफाइनरी उत्पाद और उर्वरकों के उत्पादन में इस दौरान गिरावट दर्ज की गई. वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल-मार्च) में आठ बुनियादी उद्योगों का प्रोडक्शन एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 7 प्रतिशत घटा. वर्ष 2019-20 की इसी अवधि में इनमें 0.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी.
औद्योगिक कर्मचारियों के लिये खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ी (Retail inflation increased for industrial workers)
औद्योगिक कर्मचारियों के लिए खुदरा महंगाई दर मार्च में बढ़कर 5.64 प्रतिशत पहुंच गई. मुख्य रूप से कुछ खाद्य वस्तुओं और पेट्रोल और रसोई गैस समेत ईंधन के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ी. श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सालाना आधार पर मार्च महीने में मुद्रास्फीति 5.64 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व माह फरवरी 2021 4.48 प्रतिशत थी. जबकि पिछले साल मार्च में यह 5.50 प्रतिशत थी.
बयान के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर आलोच्य महीने में 5.36 प्रतिशत रही. जबकि इससे एक महीने पहले फरवरी में 4.64 और एक साल पहले 2020 के मार्च महीने में यह 6.67 प्रतिशत थी. अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-औद्योगिक कर्मचारी (सीपीआई-आईडब्ल्यू) मार्च 2021 में 0.6 अंक बढ़कर 119.6 अंक रहा.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, Zee Busines Hindi Live यहां देखें. अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.
08:02 PM IST