भारत की आर्थिक ग्रोथ की रफ्तार इस साल अनुमान से रहेगी कम, सरकार ने कहा- ग्लोबल स्लोडाउन का असर
वी अनंत नागेश्वर ने मंगलवार को कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी अभी भी कोरोना महामारी और यूरोप में चल रहे तनाव के चलते प्रभावित है. यूरोप में जारी रूस-यूक्रेन युद्ध का असर ग्रोथ पर पड़ रहा है.
भारतीय इकोनॉमी की रफ्तार पर ग्लोबल स्लोडाउन का असर नजर आने लगा है. देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि घरेलू अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की दर से बढ़ेगी. इससे पहले सरकार ने FY23 के लिए जनवरी में आर्थिक ग्रोथ की दर 8 फीसदी रहने का अनुमान दिया था. एक कार्यक्रम में CEA ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में ग्रोथ रफ्तार पूर्व अनुमान से कम रहेगी, जोकि 7 फीसदी से ज्यादा रह सकती है.
आर्थिक ग्रोथ पर ग्लोबल स्लोडाउन का असर
वी अनंत नागेश्वर ने मंगलवार को कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी अभी भी कोरोना महामारी और यूरोप में चल रहे तनाव के चलते प्रभावित है. यूरोप में जारी रूस-यूक्रेन युद्ध का असर ग्रोथ पर पड़ रहा है. इससे पहले जनवरी में सालाना बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे जारी किया गया था. सर्वे में कहा गया था कि वित्त वर्ष 2022-23 में GDP ग्रोथ 8 से 8.5 फीसदी रह सकती है. वहीं RBI ने 7.2 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान लगाया था. उन्होंने कहा कि इस दशक में सरकार का फोकस वित्तीय समावेशन से आर्थिक रूप से मजबूत करने की ओर बढ़ रहा है. इसके जरिए सरकार लोगों तक इंश्योरेंस और कर्ज जैसी फाइनेंशियल सर्विसेस पहुंचाना चाहती है. उन्होंने कहा कि सरकार रेमिटेंस चार्ज को घटाकर जीरो के पास करने की सोच रही है. इसके लिए UAE और सिंगापुर सरकार के साथ भी बातचीत जारी है.
ग्लोबल रेटिंग एजेंसियों ने घटाई ग्रोथ अनुमान
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भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी सितंबर के शुरुआत में इकोनॉमिक ग्रोथ रेट के अनुमान को 7.5% से घटाकर 6.8% कर दिया. इसके अलावा मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भी भारत की GDP ग्रोथ के अनुमान को 2022 के लिए घटा दिया. मूडीज ने 2022 के लिए GDP ग्रोथ दर 7.7 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने भी भारत की GDP ग्रोथ पर अनुमान को घटाकर 7 फीसदी कर दी. इससे पहले जून में ग्रोथ दर 7.8 फीसदी रहने की अनुमान जताई थी. रेटिंग एजेंसी ने FY24 के लिए भी ग्रोथ पर अनुमान में कटौती की है. इसे 7.4 फीसदी से घटाकर 6.7 फीसदी की है. ग्लोबल इकोनॉमी ग्रोथ की बात करें तो सप्लाई दिक्कतों और महंगाई के चलते इस पर भी बुरा पड़ा है. फिच ने ग्लोबल GDP ग्रोथ 2022 के लिए 0.5 फीसदी घटाकर 2.4 फीसदी रहने का अनुमान दिया है. 2023 में भी वर्ल्ड GDP ग्रोथ केवल 1.7 रहेगी.
06:30 PM IST