कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज का प्रोडक्शन अक्टूबर में 7.5 प्रतिशत बढ़ा, सबसे ज्यादा इन क्षेत्रों ने दिखाया असर
Eight core sector industries: चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों यानी अप्रैल-अक्टूबर में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 15.1 प्रतिशत बढ़ा है.
अक्टूबर में उत्पादन मुख्य रूप से रिफाइनरी उत्पादों, कोयला, सीमेंट एवं बिजली क्षेत्रों के दम पर बढ़ा है. (रॉयटर्स)
अक्टूबर में उत्पादन मुख्य रूप से रिफाइनरी उत्पादों, कोयला, सीमेंट एवं बिजली क्षेत्रों के दम पर बढ़ा है. (रॉयटर्स)
Eight core sector industries: देश के कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज (Eight core sector industries) से अच्छी खबर है. कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और सीमेंट क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन की मदद से आठ ढांचागत क्षेत्रों का उत्पादन अक्टूबर में 7.5 प्रतिशत बढ़ गया. पीटीआई की खबर के मुताबिक, उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय (Ministry of Industry and Commerce) की तरफ से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इन प्रमुख क्षेत्रों का उत्पादन अक्टूबर में खासा सुधरा है. सितंबर में यह 4.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा था जबकि अक्टूबर 2020 में इसकी वृद्धि दर में 0.5 फीसदी का सिकुड़न दर्ज किया गया था.
औद्योगिक उत्पादन के नजरिये से अहम
खबर के मुताबिक, आठ बुनियादी उद्योगों- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन को देश के औद्योगिक उत्पादन के नजरिये से खासा अहम माना जाता है. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में इन उद्योगों का भारांश 40.27 प्रतिशत है. चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों यानी अप्रैल-अक्टूबर में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 15.1 प्रतिशत बढ़ा है. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 12.6 प्रतिशत घटा था.
अक्टूबर 2021 में अलग-अलग सेक्टर की ग्रोथ रेट
अक्टूबर 2021 में कोयला (Coal) 14.6 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस 25.8 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पाद 14.4 प्रतिशत और सीमेंट 14.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा. लेकिन कच्चा तेल उत्पादन 2.2 प्रतिशत, उर्वरक 0.04 प्रतिशत, स्टील 0.9 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 2.8 प्रतिशत गिर गया.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
वाहन उत्पादन में गिरावट का दिख सकता है असर
इन आंकड़ों पर इक्रा लिमिटेड की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि आठ प्रमुख उद्योगों का अक्टूबर में उत्पादन मुख्य रूप से रिफाइनरी उत्पादों, कोयला, सीमेंट एवं बिजली क्षेत्रों के दम पर बढ़ा है. उन्होंने कहा कि वाहन उत्पादन में 22 फीसदी की गिरावट आने से आईआईपी 2.5 प्रतिशत से भी नीचे आ सकता है.
11:29 PM IST