Kala Namak Rice: काला नमक चावल निर्यात पर सरकार का बड़ा फैसला, किसानों को होगा फायदा, जानिए डीटेल
Kala Namak rice export: काला नमक गैर-बासमती चावल की एक किस्म है, जिसका निर्यात प्रतिबंधित है.
(Image- Reuters)
(Image- Reuters)
Kala Namak rice export: सरकार ने निर्दिष्ट सीमा शुल्क स्टेशनों के माध्यम से 1,000 टन तक काला नमक चावल (Kala Namak rice) के निर्यात की मंजूरी दे दी है. काला नमक गैर-बासमती चावल की एक किस्म है, जिसका निर्यात प्रतिबंधित है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक अधिसूचना में कहा, इस अधिसूचना के लागू होने की तारीख से निर्दिष्ट सीमा शुल्क स्टेशनों के माध्यम से 1,000 टन की सीमा तक ही काला नमक चावल की कुल मात्रा के निर्यात की मंजूरी है.
काला नमक चावल एवं उसकी मात्रा के प्रमाणीकरण के लिए अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार, लखनऊ के निदेशक होंगे. चावल की इस किस्म के निर्यात को छह सीमा शुल्क स्टेशनों के माध्यम से अनुमति दी गई है – वाराणसी एयर कार्गो; जेएनसीएच (जवाहरलाल नेहरू कस्टम्स हाउस), महाराष्ट्र; सीएच (कस्टम हाउस) कांडला, गुजरात; एलसीएस (भूमि सीमा शुल्क स्टेशन) नेपालगंज रोड; एलसीएस सोनौली; एवं एलसीएस बरहनी.
ये भी पढ़ें- आम आदमी को राहत, आलू की कीमतों में बड़ी गिरावट, जानें कितना हुआ सस्ता
काला नकम की खासियत
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
काला नमक (Black Rice) चावल में अधिक एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जिसके कारण स्वास्थ्य संबंधी कई बीमारियों में इसका इस्तेमाल फायदेमंद होता है. इसके संवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. काला चावल में सफेद और भूरे चावल की तुलना में आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ई, विटामिन बी, कैल्शियम और जिंक ज्यादा पाया जाता है.
09:53 PM IST