अमेजन बेचेगा गौमूत्र से बने उत्पाद और मोदी-योगी कुर्ता भी : रिपोर्ट
ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजन (Amazon) पर जल्द ही मोदी कुर्ता, योगी कुर्ता और गाय के गोबर के साबुन मिलेंगे.
इस पहल से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे (फाइल फोटो)
इस पहल से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे (फाइल फोटो)
ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजन (Amazon) पर जल्द ही मोदी कुर्ता, योगी कुर्ता और गाय के गोबर के साबुन मिलेंगे. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समर्थित फार्मेसी गौमूत्र और गाय के गोबर के मिश्रण से बने 30 चिकित्सा संबंधी उत्पादों को अमेजन पर बेचने के लिए लिस्ट करेगी. यह फार्मेसी मथुरा स्थित दीन दयाल धाम है. साथ ही इसके यहां सिए जाने वाले मोदी और योगी कुर्ता की बिक्री भी ऑनलाइन शुरू होगी.
अब तक एक लाख रुपए के चिकित्सीय उत्पाद बेचे
आरएसएस प्रवक्ता अरुण कुमार के मुताबिक इस पहल से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और वह आत्मनिर्भर बनेंगे. अब तक केंद्र ने एक लाख रुपए से ज्यादा के चिकित्सीय उत्पाद व दवाएं बेची हैं जबकि 3 लाख रुपए से अधिक के कपड़ों की बिक्री की है.
गौमूत्र युक्त उत्पाद ज्यादा बेचे जाएंगे
टाइम्स ऑफ इंडिया ने केंद्र के डिप्टी सेक्रेटरी मनीष गुप्ता के हवाले से कहा कि कामधेनु लाइन के उत्पाद, जिसका मुख्य इनग्रेडिएंट गौमूत्र है, की बिक्री प्रमुखता से की जाएगी. साथ ही खादी कुर्तों को बढ़ावा देने के लिए इनकी बिक्री भी शुरू की जाएगी. केंद्र में जो अन्य उत्पाद बनते हैं उनमें कालीमिर्च, आंवला, तुलसी टॉनिक 'घनवटी', जो डायबिटीज और मोटापे में लाभादायक है, शामिल हैं. इनके अलावा शैंपू, नहाने का साबुन, टूथपेस्ट और फेस पैक भी बनते हैं. गौ मूत्र और गोबर मुख्य उत्पाद हैं, जिसमें जरा भी सिंथेटिक रसायन का इस्तेमाल नहीं हुआ है.
TRENDING NOW
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
आपके EPF में जमा होने वाले पैसों को लेकर बड़े बदलाव की तैयारी... EPFO खत्म कर देगा ये लिमिट! मिलेगा ज्यादा फायदा
2015 में 700 किलो च्यवनप्राश बिका था इस केंद्र से
मौजूदा समय में दीन दयान धाम में 10 कामगार हैं और 90 गायें हैं. इतने कम संसाधनों में भी केंद्र ने 2015 में 700 किलो च्यवनप्राश बेचा था जबकि 2016 में यह 1200 किलो था. धाम अब अपने उत्पादों का उत्पादन बढ़ाना शुरू करेगा. वहीं दर्जी केंद्र में करीब 50 कामगार काम कर रहे हैं, सभी महिलाएं हैं. वे रोजाना 120 रुपए कमाती हैं.
03:51 PM IST