करगिल दिवस विशेष: दो दशक में करगिल में बढ़ा जबरदस्त टूरिज्म, पहले थे 5-6 होटल्स अब हैं 250 से ज्यादा
युद्ध के बाद करगिल में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला दो दशकों में काफी बढ़ गया है.
करगिल में बड़ी तादाद में पर्यटक आते हैं. (फोटो: leh.nic.in)
करगिल में बड़ी तादाद में पर्यटक आते हैं. (फोटो: leh.nic.in)
करगिल दिवस पर आज पूरा देश भारतीय सैनिकों के पराक्रम को सलाम कर रहा है. भारतीय फौज के लिए देशवासियों में बढ़े सम्मान और जज्बे का ही इसे परिणाम कहेंगे कि आज करगिल में टूरिस्टों की संख्या में जबरदस्त इजाफा देखा गया है. साल 1999 में करगिल सेक्टर में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध में भारत की जीत हुई थी. इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को धूल चटा दी थी. इस पर फिल्मों के अलावा टीवी में कई डॉक्यूमेंटरीज़ और एडवेंचर सिरीज़
भी आ चुके हैं. करगिल युद्ध ने लोगों पर ऐसा जबरदस्त असर छोड़ा कि भारत के लोग इस वॉर जोन की एक झलक ही देखने के लिए देश के दूर-दराज इलाके से यहां पहुंचते हैं.
बड़ी संख्या में आते हैं टूरिस्ट
करगिल युद्ध के बाद यहां बढ़े टूरिज्म की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट्स कहती हैं कि यहां बीते दो दशक में पर्यटन में काफी तेजी देखी गई है. करगिल युद्ध के एक साल बाद यानी सन 2000 में यहां करीब 300 टूरिस्ट पहुंच रहे थे. वहीं लॉकडाउन लगने से पहले साल 2018 के दौरान एक लाख तक जा पहुंचे थे. सिल्क रूट व्यापार मार्ग में पड़नेवाला करगिल कभी बहुत शांत इलाका हुआ करता था. लेकिन युद्ध के बाद देश प्रेम और सेना के प्रति बढ़ते जुनून की वजह से यहां टूरिज्म सेक्टर आज आसमान पर जा पहुंचा. करगिल जिला पहुंचनेवाले टूरिस्ट वॉर ऑफ मेमोरियल जरूर जाते हैं. इसके अलावा सुरु वैली में माउंटेनिंग और ट्रैकिंग, कुन पीक और जन्सकार पीक भी पहुंचते हैं.
5-6 से बढ़कर 250 हुई होटलों की संख्या
लगातार बढ़ते पर्यटकों की तादाद को देखते हुए करगिल विकास प्राधिकरण ने यहां के लोकल लोगों को होटल व्यवसाय में उतरने की सलाह दी. लिहाजा 1999 तक करगिल में जहां 5 से 6 होटल्स ही मिलते थे वहीं आज इनकी संख्या बढ़कर 250 के करीब पहुंच चुकी है. करगिल के लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करने पर अकेले इसमें ही 34 लिस्टेट होटल्स और 82 गेस्ट हाउसों की लंबी-चौड़ी तादाद दिखाई देती है. इसमें सरकार की सूची में 12A क्लास होटल्स हैं. साथ ही तकरीबन 21 बंग्लो और टूरिस्ट कॉम्प्लेक्सेस भी शामिल हैं.
तैयार किया गया करगिल मास्टर प्लान 2032
टूरिज्म की जबरदस्त ग्रोथ को देखते हुए इसके लिए करगिल मास्टर प्लान 2032 भी तैयार किया गया है जिसका मकसद आनेवाले समय में करगिल को टूरिज्म बेस्ड रहने योग्य टाउन के तौर पर विकसित करना है. यहां पहुंचनेवाले टूरिस्ट ज्यादा तौर पर दिल्ली से आते हैं, साथ ही गुजरात और जम्मू से भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं.
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05:21 PM IST