HDFC-HDFC Bank Mega Merger: नई कंपनी बनने पर क्या-क्या होगा? ग्राहक और कर्मचारी समझें अपने फायदे की बात
HDFC-HDFC Bank Mega Merger: बैंकिंग, फाइनेंस सेक्टर का मेगा मर्जर होने जा रहा है. HDFC लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने सोमवार को इसका एलान किया.
HDFC-HDFC Bank Mega Merger: बैंकिंग, फाइनेंस सेक्टर का मेगा मर्जर होने जा रहा है. इसमें HDFC और HDFC बैंक का मर्जर होगा. यह दो फेज में होगा. HDFC लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने सोमवार को इसका एलान किया. उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक, सेबी, शेयर बाजार और अन्य रेग्युलेटर्स की मंजूरी के बाद यह यह मर्जर प्रभावी होगा. बीते 3 हफ्ते से मर्जर पर काम जारी था. इस मर्जर के बाद HDFC बैंक 100 फीसदी पब्लिक होल्डिंग कंपनी बनेगी. FY 2024 की दूसरी या तीसरी तिमाई में डील पूरी होने की उम्मीद है. HDFC बैंक के CEO शशि जगदीशन (Sashi Jagdishan) मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी के CEO होंगे. इस मेगा मर्जर का कमस्टर्स और इम्प्लॉइज पर होने वाले असर के बारे में जानते हैं.
कस्टमर्स पर क्या होगा असर?
ग्राहकों को मर्जर का फायदा मिलेगा. इस मेगा मर्जर (HDFC-HDFC Bank Merger) से बैंक के बैलेंस शीट में सुधार होगा. कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर भी बेहतर होगा. ग्राहकों को फायदा मिलेगा. बैंक की शाखाएं HDFC के प्रोडक्ट्स भी बेचेंगे. मर्जर के चलते क्रॉस सेलिंग के फायदे मिलेंगे. मेगा मर्जर की जानकारी देते हुए दीपक पारेख ने बताया कि यह मर्जर दोनों ही कंपनियों के लिए फायदेमंद है. मर्जर के बाद मजबूत कंपनी बनेगी. नई कंपनी इनोवेटिव प्रोडक्ट्स कॉम्पिटेटिव दरों पर उपलब्ध हो सकेंगे. बैंक की ऑपरेशनल और प्रोफिशिएंशी का और बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो सकेगा.
बता दें, मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) में कोई प्रमोटर नहीं होगा. 100 फीसदी पब्लिक होल्डिंग कंपनी होगी. मर्जर के बाद फंड की लागत में कमी आएगी. यानी, बैंक को सस्ता फंड उपलबध हो सकेगा. इसका फायदा कस्टमर्स को भी किफायती प्रोडक्ट्स के रूप में मिल सकता है. मर्जर से अनसेक्योर्ड लोन में कमी आएगी.
इम्प्लॉइज पर क्या होगा असर
दीपक पारेख ने बताया कि मर्जर के बाद नई कंपनी को मार्केट शेयर बढ़ाने में मदद मिलेगी. सिंगल प्रोडक्ट रिस्क होगा. अफोर्डेबल हाउसिंग को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने बताया कि इस मर्जर के बाद HDFC लिमिटेड और HDFC बैंक के इम्प्लॉइज पर कोई असर नहीं होगा. मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी के लिए बड़ा मार्केट होगा.
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दो फेज में होगा मर्जर
HDFC और HDFC बैंक का विलय दो चरणों में होगा. पहले चरण में HDFC लिमिटेड की सब्सिडियरी का HDFC में मर्जर होगा. इसमें HDFC इन्वेस्टमेंट और HDFC होल्डिंग्स का HDFC में मर्जर होगा. सब्सिडियरी के मर्जर के बाद HDFC बैंक में HDFC का मर्जर होगा.
मर्जर के बाद HDFC Bank में HDFC के शेयर डिजॉल्व होंगे.
फिलहाल, HDFC बैंक में HDFC लिमिटेड और सब्सिडियरी का 29% हिस्सा है. HDFC बैंक में 100% होल्डिंग पब्लिक शेयरहोल्डर की होगी. बैंक में HDFC लिमिटेड के शेयरहोल्डर का 41% हिस्सा होगा. HDFC Ltd के हर 25 शेयर के लिए HDFC Bank के 42 शेयर दिए जाएंगे. HDFC लिमिटेड की सभी सब्सिडियरी HDFC बैंक की सब्सिडियरी बनेगी.
कितनी बड़ी होगी नई कंपनी
HDFC-HDFC बैंक के मेगा मर्जर से बनने वाली नई कंपनी की अनुमानित बैलेंस शीट 17.87 लाख करोड़ रुपये हो सकती है. सालाना मुनाफा 49,263 करोड़ और नेटवर्थ 3,30,768 करोड़ रुपये रह सकती है. कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो (CAR) 19.8% होगा. नई कंपनी का लोन बुक भी असर होगा. मॉर्गेस शेयर 33 फीसदी, कॉमर्शियल और रूरल बैंकिंग में 24 फीसदी, रिटेल में 21 फीसदी, कॉरपोरेट 19 फीसदी और सीएफ 3 फीसदी होगा.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
HDFC मर्जर पर आनंद राठी एडवाइजर्स के सीईओ (इन्वेस्टमेंट बैंकिंग) समीर बहल का कहना है कि भारतीय फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में यह भारत का सबसे बड़ा मर्जर है. मर्जर से एचडीएफसी बैंक को मॉर्गेज पोर्टफोलियो को जबरदस्त फायदा होगा. बैंक को सेमी अर्बन और रूरल क्षेत्रों में एक मजबूत क्लाइंट बेस में क्रॉस सेलिंग का बड़ा अवसर मिलेगा.
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के हेड संतोष मीणा का कहना है कि मेगा मर्जर से HDFC बैंक हाउसिंग लोन पोर्टफोलियो बना सकेगा. साथ ही अपने मौजूदा कस्टमर बेस को बड़ा बना सकेगा. सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी को लो कॉस्ट फंडिंग और एचडीएफसी बैंक के एक बड़े कस्टमर बेस का फायदा होगा. कुल मिलाकर, इस मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की बैलेंस शीट मजबूत होगी, रेवेन्यू के नए अवसर बनेंगे, ऑपरेटिंग क्षमता मजबूत होगी. इसका फायदा दोनों कंपनियों के साथ-साथ शेयरधारकों को भी होगा.
03:08 PM IST