Byju's की बढ़ी मुसीबत! ED ने FEMA उल्लंघन के तहत ₹9000 करोड़ का शो कॉज नोटिस जारी किया
प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने Think and Learn private लिमिटेड और Byju's को फेमा (FEMA) उल्लंघन के तहत ₹9000 करोड़ का शो कॉज नोटिस जारी किया है.
एजुकेशन सेक्टर की प्रमुख डिजिटल कंपनी बायजू (Byju's) और उसके फाउंडर और CEO रवींद्रन बायजू की मुश्किलें बढ़ गई है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने Think and Learn private लिमिटेड और Byju's को फेमा (FEMA) उल्लंघन के तहत ₹9000 करोड़ का शो कॉज नोटिस जारी किया है. बता दें कि जी बिजनेस ने सुबह ही बताया था कि ईजी ने थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड और बायजू के रवीन्द्रन को शो कॉज नोटिस जारी किया है.
ED ने अपनी जांच में पाया कि कंपनी ने इंपोर्ट के लिए विदेश में बड़ी रकम दी, लेकिन कम्पनी इंपोर्ट के डॉक्यूमेंट नहीं दे पाई. वहीं कम्पनी ने जो एक्सपोर्ट किया उसकी भी आय को वसूलने में कम्पनी असफल रही. बायजू और रवीन्द्र बायजू के खिलाफ विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के प्रावधानों के कथित उल्लंघन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच अंतिम चरण में है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत अप्रैल में दो कंपनियों और एक आवासीय परिसर की तलाशी ली थी. इसमें बायजू की पंजीकृत कंपनी – थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल थी. बायजू के खिलाफ जांच तभी से जारी है और मामले में जल्द ही कंपनी को कारण बताओ नोटिस दिया जा सकता है.
बायजू ने खारिज किया हेराफेरी का मामला
कंपनी ने विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के तहत 9,000 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के बारे में मीडिया में आई खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उसने बयान में कहा, वह बायजू के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून के प्रावधानों के कथित उल्लंघन को लेकर मीडिया में आई रिपोर्ट को स्पष्ट तौर पर खारिज करती है. बायजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा है कि उसे प्रवर्तन निदेशालय से अबतक कोई नोटिस नहीं मिला है.
क्या है मामला?
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ईडी ने अप्रैल में दावा किया था कि उसने कई संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल आंकड़े जब्त किये हैं. इसमें आरोप लगाया गया था कि कंपनी (थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड) ने वित्त वर्ष 2020-21 से अपने वित्तीय विवरण तैयार नहीं किये हैं और खातों का ऑडिट नहीं कराया है, जो अनिवार्य है. ईडी ने कहा कि निजी लोगों से प्राप्त अलग-अलग शिकायतों के आधार पर तलाशी ली गई. उसने आरोप लगाया कि रवींद्रन बायजू को कई समन जारी किये गये थे, लेकिन वह ईडी के सामने कभी पेश नहीं हुए. खोजों से पता चला कि कंपनी को 2011-2023 के दौरान लगभग 28,000 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) मिला.
जांच एजेंसी ने कहा, कंपनी ने इसी अवधि के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नाम पर विदेशों में लगभग 9,754 करोड़ रुपये भेजे. ईडी (ED) ने आरोप लगाया, कंपनी ने विज्ञापन और विपणन खर्चों के नाम पर लगभग 944 करोड़ रुपये दिखाये हैं, जिसमें विदेशी न्यायिक क्षेत्र को भेजी गई राशि भी शामिल है. रवींद्रन बायजू ने अपनी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ के साथ ई-लर्निंग कंपनी की स्थापना की थी.
09:44 PM IST