अंडमान-निकोबार में Ultra-Fast 4G सर्विस शुरू करने वाली पहली कंपनी बनी Airtel
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लॉन्च करते हुए कहा आज अंडमान को जो सुविधा मिली है, उसका बहुत बड़ा लाभ वहां जाने वाले टूरिस्टों को भी मिलेगा.
फाइबर लिंक के साथ ही अल्ट्रा-फास्ट 4G सर्विस को शुरू किया गया है. (PTI)
फाइबर लिंक के साथ ही अल्ट्रा-फास्ट 4G सर्विस को शुरू किया गया है. (PTI)
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के लिए समुद्र के नीचे बिछी ऑप्टिकल फाइबर केबल (Fiber link) का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल (OFC) से अंडमान एवं निकोबार में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट का सपना पूरा होगा. इस लॉन्चिंग के साथ ही देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शुमार एयरटेल ने द्वीप में ‘Ultra-Fast 4G’ सर्विस शुरू कर दी है. इसी के साथ एयरटेल इस द्वीप में अल्ट्रा 4G सर्विस लॉन्च करने वाला देश का पहला मोबाइल ऑपरेटर बन गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लॉन्च करते हुए कहा आज अंडमान को जो सुविधा मिली है, उसका बहुत बड़ा लाभ वहां जाने वाले टूरिस्टों को भी मिलेगा. बेहतर नेट कनेक्टिविटी आज किसी भी टूरिस्ट डेस्टिनेशन की सबसे पहली प्राथमिकता हो गई.
क्या है ये प्रोजेक्ट?
भारत ने खुद चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर के बीच अंडर-सी केबल लिंक तैयार किया है. अब समुद्र के भीतर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने के लिए किसी और देश की जरूरत नहीं है. पीएम मोदी ने दिसंबर 2018 में अंडमान-चेन्नई ऑप्टिकल फाइबर केबल प्रोजेक्ट की नींव रखी थी. इसके तहत 2,300 किलोमीटर केबल लिंक बनाई गई है. इस केबल से भारतीय द्वीपों तक बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी होगी. अब इस केबल से पोर्ट ब्लेयर, स्वराज द्वीप, लिटल अंडमान, कार निकोबार, कमोरटा, ग्रेट निकोबार, लॉन्ग आइलैंड और रंगत को भी जोड़ा जा सकेगा.
एयरटेल की अल्ट्रा-फास्ट 4G सर्विस
फाइबर लिंक के साथ ही अल्ट्रा-फास्ट 4G सर्विस को शुरू किया गया है. कंपनी का मानना है कि फाइबर लिंक इस रीजन के लिए एक गेमचेंजर साबित होगा. साथ ही ग्राहकों को फ्यूचर में 4G और 5G की वास्तविक क्षमता को अनलॉक करने का मौका मिलेगा. कंपनी के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल के मुताबिक, 'हमें उम्मीद है कि दूरसंचार विभाग USOF की तैनाती में तेजी लाएगा. टेलीकॉम ऑपरेटर्स के प्रयास को देखते हुए डिजिटल डिवाइड को भी रोकने की कोशिश करेगा. नया फाइबर लिंक भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. हम इस महत्वपूर्ण डिजिटल बुनियादी ढांचे को लॉन्च करने के लिए प्रधानमंत्री के आभारी हैं.
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कितनी तेज चलेगा इंटरनेट?
फाइबर लिंक से चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर के बीच 400Gbps की बैंडविड्थ मिलेगी. वहीं, पोर्ट ब्लेयर और बाकी हिस्सों के बीच बैंडविड्थ 200 Gbps होगी. मतलब महज 3-4 सेकेंड में 160GB की कोई भी मूवी डाउनलोड की जा सकती है.
02:04 PM IST