Akshaya Tritiya 2021: लगातार दूसरे साल लॉकडाउन, ज्वैलरी कारोबारियों को चिंता- कैसे संभलेगा व्यापार
Akshaya Tritiya 2021: देश में 2019 में सिर्फ अक्षय तृतीया पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के सोने की बिक्री की गई थी. लेकिन, 2020 में अक्षय तृतीया पर बिक्री सिर्फ 500 करोड़ के आसपास ही हुई थी.
ज्वैलरी कारोबारियों की एक समस्या 1 जून से गोल्ड ज्वैलरी की अनिवार्य हॉलमार्किंग को लेकर भी है. उनका कहना है कि अभी इसके लिए ढांचा पूरी तरह तैयार नहीं है.
ज्वैलरी कारोबारियों की एक समस्या 1 जून से गोल्ड ज्वैलरी की अनिवार्य हॉलमार्किंग को लेकर भी है. उनका कहना है कि अभी इसके लिए ढांचा पूरी तरह तैयार नहीं है.
Akshaya Tritiya 2021: देश में 14 मई को अक्षय तृतीया है. इस मौके पर सोने की ट्रेडिशनल खरीदारी की जाती है. ज्वैलरी व्यापारियों को इस साल भी इस बात की चिंता सता रही है कि उनका कारोबार कैसे संभलेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल भी देश के अधिकांश हिस्सों में लॉकडाउन लगा हुआ है. ऐसे में लोगों की ओर से फिजिकल खरीदारी की उम्मीद कम ही है. इस बीच, ज्वैलरी कारोबारियों की एक समस्या 1 जून से गोल्ड ज्वैलरी की अनिवार्य हॉलमार्किंग को लेकर भी है. कारोबारियों का कहना है कि अभी इसके लिए ढांचा पूरी तरह तैयार नहीं है, ऐसे में सरकार को इसकी समयसीमा आगे बढ़ाई जानी चाहिए.
आल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के नेशनल को-ऑर्डिनेटर पंकज अरोरा का कहना है कि इस साल भी देश भर के ज्वेलरी व्यापारियों ने अक्षय तृतीया पर अच्छे कारोबार की उम्मीदें लगा रखी थी लेकिन लॉकडाउन होने से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. ऐसा लगता है की अक्षय तृतीया और ईद का दिन भी सोने के व्यापारियों के लिए कुछ खास व्यापार नहीं होगा.
2020 में महज 500 करोड़ का कारोबार
अरोरा ने बताया की 2019 में देश सिर्फ अक्षय तृतीया पर ही लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के सोने की बिक्री की गई थी. लेकिन, 2020 में अक्षय तृतीया पर मई माह में लॉक उन में सोने की बिक्री शगुन के रूप में महज 5 फीसदी यानी करीब 500 करोड़ के आसपास ही हुई थी. लगातार दो साल लॉक डाउन में अक्षय तृतीया का त्योहार आने के कारण देश के ज्वेलरी व्यापार की कमर ही टूट गई है .
ज्वैलरी व्यापारियों को होगा नुकसान: CAIT
कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) का कहना है कि देशभर के ज्वेलरी व्यापारियों में बेहद मायूसी का आलम है क्योंकि अक्षय तृतीया के दिन देश में सबसे ज्यादा सोना एवं सोने से बने आभूषणों की सबसे ज्यादा बिक्री होती है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल का कहना है कि 14 मई को अक्षय तृतीया के साथ-साथ ईद का त्यौहार भी होने के कारण भी होने वाले सोने के आभूषणों के व्यापार का अतिरिक्त नुकसान भी ज्वेलरी व्यापारियों को होगा. पिछले सालभी लॉक डाउन के कारण अक्षय तृतीया के दिन ज्वेलरी व्यापारी कोई व्यापार नहीं कर पाए थे और इस साल भी लॉक डाउन के चलते देश के अधिकतर राज्यों में लॉक डाउन के कारण ज्वेलरी दुकाने बंद हैं.
हॉलमार्किंग ने भी बढ़ाया मर्ज
ज्वैलरी व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन के बीच एक दिक्कत 1 जून से अनिवार्य हॉलमार्किंग को लेकर भी है. पंकज अरोरा का कहना है कि 1 जून से देश में सोने की ज्वेलरी पर अनिवार्य रूप से हॉलमार्किंग करना होगा जिसके लिए ज्वेलरी व्यापारी अभी तैयार नहीं है और हॉलमार्किंग का ढांचा भी तैयार नहीं हुआ है. ऐसे में कैट एवं आईआईजेजीएफ दोनों ने केंद्र सरकार से इस तारीख को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है.
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05:20 PM IST