SBI Loan पर दोहरी मार, महंगे Home Loan पर अब लगेगा भारी भरकम GST
Home Loan और Car Loan के ग्राहकों को यह खबर निराश कर सकती है. बैंकों ने अब Loan का Interest Rate महंगा करना शुरू कर दिया है.
नए वित्त वर्ष में अब बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों ने होम लोन की न्यूनतम दरें बढ़ा दी हैं. (Reuters)
नए वित्त वर्ष में अब बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों ने होम लोन की न्यूनतम दरें बढ़ा दी हैं. (Reuters)
Home Loan और Car Loan के ग्राहकों को यह खबर निराश कर सकती है. बैंकों ने अब Loan का Interest Rate महंगा करना शुरू कर दिया है. नए वित्त वर्ष में अब बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों ने होम लोन की न्यूनतम दरें बढ़ा दी हैं. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपनी होम लोन की सबसे कम ब्याज दर वाले लोन में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है.
अब SBI के होम लोन की सबसे कम दर 6.95 परसेंट होगी, 31 मार्च तक होम लोन पर स्टेट बैंक की प्रोसेसिंग फीस शून्य थी लेकिन अब बैंक ने लोन अमाउंट का 0.40% और GST प्रोसेसिंग फीस के रूप में लेगा, जिसके न्यूनतम सीमा 10 रुपए और अधिकतम सीमा 30 हजार रुपए होगी. SBI के बाद अब बाकी बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की होम लोम की दरों में बढ़ोतरी की तैयारी है क्योंकि स्टेट बैंक के होम लोन ऑफर खत्म होने के बाद बाकी बैंक भी होम लोन में छूट के ऑफर जारी रहने की संभावना काफी कम है.
SBI से होम लोन लेना हुआ महंगा
- न्यूनतम होम लोन दर 0.25% बढ़कर 6.95% हुई
- खास ऑफर के तहत SBI की न्यूनतम होम लोन दरें 6.70% थी
- मार्च तक प्रोसेसिंग फीस शून्य थी, अब लोन अमाउंट का 0.40% अधिकतम 30,000 रुपए
- बाकी बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की भी दरों में बढ़ोतरी की तैयारी
- SBI के बाद बाकी बैंकों की भी दरें बढ़ाने की तैयारी ?
- आगे ब्याज दरों में कमी की संभावना खत्म ?
- होम लोन में बढ़ोतरी का साइकल शुरु होगा
- सभी बैंकों के होम लोन ऑफर्स अब खत्म होंगे ?
7 अप्रैल यानि बुधवार को ब्याज दरों पर रिजर्व बैंक (RBI) अपना फैसला सुनाएगा. हालांकि जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, और केंद्र सरकार की ओर से रीटेल महंगाई दर को 4 परसेंट पर बरकार रखने का फैसला किया गया है, उससे तो यही लगता है कि RBI ब्याज दरों में ज्यादा कुछ करके बदलाव नहीं करेगा.
आज से ब्याज दरों पर RBI की बैठक
जानकारों को मानना है कि RBI की ब्याज दरें तय करने वाली मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) अपना रुख भी 'Accommodative' बरकरार रख सकती है. जानकारों का मानना है कि रीटेल महंगाई दर को 4 परसेंट पर सीमित रखने के अपने मुख्य लक्ष्य का बलिदान किए बिना ग्रोथ को आगे बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक अभी सही मौके का इंतजार करेगा.
आर्थिक रिकवरी की रफ्तार सुस्त: Edelweiss Research
इस वक्त पॉलिसी रेपो रेट 4 परसेंट है, जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.35 परसेंट है. आने वाली पॉलिसी को लेकर Edelweiss Research का कहना है कि इकोनॉमिक रिकवरी एकसमानता नहीं है और अच्छी वापसी के बाद निचले स्तरों से सुधार की रफ्तार भी घटी है. कोरोना के एक बार फिर तेजी से बढ़ते मामलों ने नई चुनौती खड़ी कर दी है. Edelweiss Research का कहना है कि इस पॉलिसी में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा और रुख भी 'Accommodative' रहेगा.
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03:29 PM IST