कुछ सरकारी बैंकों को मिल सकता है पीसीए की पाबंदी से छुटकारा, ये है वजह
PCA: कुल 21 सरकारी बैंकों में से 11 को पीसीए के तहत रखा गया है. उनके फंसे कर्ज (एनपीए) की समस्या गहरी होने और वित्तीय हालत खराब होने के चलते उनको इसके दायरे में रख कर उन पर कर्ज आदि देने पर कई पाबंदियां लगा दी गयी हैं.
वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार. (फाइल फोटो)
वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार. (फाइल फोटो)
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) के तहत रखे गए सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ बैंकों को अगले महीने इसके दायरे से बाहर किया जा सकता है. एक अधिकारी ने यह बात कही. वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि विभिन्न पैमानों पर जिन सरकारी बैंकों का प्रदर्शन बेहतर होगा उन्हें इसके दायरे से बाहर कर दिया जाएगा. कुल 21 सरकारी बैंकों में से 11 को पीसीए के तहत रखा गया है. उनके फंसे कर्ज (एनपीए) की समस्या गहरी होने और वित्तीय हालत खराब होने के चलते उनको इसके दायरे में रख कर उन पर कर्ज आदि देने पर कई पाबंदियां लगा दी गयी हैं. इन बैंकों के कर्ज बांटने पर रोक लगा दी गई है ताकि उनका एनपीए घाटा और न बढ़े.
कुछ का प्रदर्शन बेहतर हुआ
वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने कहा, ‘‘पीसीए के दायरे में रखे गए 11 बैंकों में से कुछ का प्रदर्शन बेहतर हुआ है. यदि कुछ बैंकों का प्रदर्शन बेहतर हो रहा है और बासिल नियमों के अनुरूप उनके पास पर्याप्त पूंजी है. तो पूंजी डालने से उन्हें पीसीए से बाहर आने में मदद मिलेगी. भारतीय रिजर्व बैंक इस मामले पर विचार कर रहा है.’’ उन्होंने कहा कि इस बात की बहुत संभावना है कि सभी को नहीं तो कुछ बैंकों को उनके प्रदर्शन के आधार पर पीसीए सूची से हटाया दिया जाए.
बैंकों को 28,615 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी
सरकार ने हाल में सात सरकारी बैंकों को 28,615 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी देने की घोषणा की है. इसमें से सबसे अधिक 10,086 करोड़ रुपये बैंक ऑफ इंडिया को मिलेंगे. उसके बाद ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का नंबर है जिसे 5,500 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं. बैंक ऑफ महाराष्ट्र , यूको बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को क्रमश: 4,498 करोड़ रु. 3,056 करोड़ रु. और 2,159 करोड़ रुपये मिलेंगे. कुमार ने उम्मीद जताई कि जो बैंक अभी काम नहीं सुधार पर रहे हैं वे भी अपना काम सुधारेंगे.
उन्हें कर्ज की वसूली में सुधार, पूंजीगत बचत, गैर जरूरी सम्पत्तियों को बेचने जैसे सभी मानकों पर अपना प्रदर्शन सुधारना होगा. उन्हें इसका एजेंडा दिया जा चुका है. पीसीए के तहत रखे गए बैंकों में इलाहाबाद बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, कॉर्पोरेशन बैंक, आईडीबीआई बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवसीज बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा बैंक ऑफ महाराष्ट्र शामिल हैं.
(इनपुट एजेंसी से)
08:20 PM IST