RBI MPC Meeting का आ गया पूरा शेड्यूल! ब्याज दरों पर अप्रैल में इस दिन होगी पहली बैठक
RBI MPC Meeting Schedule 2025: भारतीय रिजर्व बैंक ने FY26 के लिए अपने मॉनिटरी पॉलिसी बैठक का पूरा शेड्यूल लॉन्च कर दिया है. RBI के शेड्यूल के मुताबिक, 7 से 9 अप्रैल के बीच RBI की पहली MPC बैठक होने वाली है.
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RBI MPC Meeting Schedule 2025: भारतीय रिजर्व बैंक ने FY26 के लिए अपने मॉनिटरी पॉलिसी बैठक का पूरा शेड्यूल लॉन्च कर दिया है. RBI के शेड्यूल के मुताबिक, 7 से 9 अप्रैल के बीच RBI की पहली MPC बैठक होने वाली है.
RBI MPC मीट का पूरा शेड्यूल
- पहली बैठक - 7,8,9 अप्रैल, 2025
- दूसरी बैठक - 4,5,6 जून, 2025
- तीसरी बैठक - 5,6,7 अगस्त, 2025
- चौथी बैठक - 29,30 सितंबर, 1 अक्टूबर, 2025
- पांचवी बैठक - 3,4,5 दिसंबर, 2025
- छठी बैठक - 4,5,6 फरवरी, 2025
क्या है RBI MPC बैठक?
MPC (Monetary Policy Committee) यानी मौद्रिक नीति समिति भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की एक विशेष समिति है, जो देश में ब्याज दरों और महंगाई को नियंत्रित करने का काम करती है. इस बैठक में तय किया जाता है कि बैंकों को दिए जाने वाले कर्ज (रेपो रेट) की दरें बढ़ेंगी या घटेंगी. RBI की यह बैठक हर दो महीने में एक बार होती है. इसमें यह तय किया जाता है कि ब्याज दरों में बदलाव किया जाए या नहीं. इसका असर बैंकों के लोन, EMI, महंगाई और देश की आर्थिक स्थिति पर पड़ता है.
MPC बैठक में कौन-कौन शामिल होता है?
MPC में कुल 6 सदस्य शामिल होते हैं. इनमें 3 RBI के अधिकारी और 3 सरकार द्वारा चुने गए विशेषज्ञ शामिल होते हैं.RBI के गवर्नर इस समिति के अध्यक्ष होते हैं.
MPC बैठक से आम लोगों पर क्या असर पड़ता है?
- अगर रेपो रेट बढ़ती है – बैंक लोन महंगे हो जाते हैं, जिससे EMI बढ़ जाती है। इससे महंगाई को कम करने में मदद मिलती है.
- अगर रेपो रेट घटती है – लोन सस्ते हो जाते हैं, जिससे लोग ज्यादा खरीदारी करते हैं और बाजार में पैसा बढ़ता है.
- अगर ब्याज दरें स्थिर रहती हैं – तो किसी भी तरह का बड़ा बदलाव नहीं होता, लेकिन RBI आगे की आर्थिक स्थिति पर नजर रखता है.
07:04 PM IST