आज बैंकिंग में आपका मोबाइल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. किसी भी तरह का लेनदेन हो आपके रजस्टर्ड नम्बर पर आए ओटीपी के बिना ट्रांजेक्शन पूरा नहीं होता. लेकिन साइबर ठगों ने इस सुरक्षित लेनदेन की व्यवस्था में सेंध लगाने का रास्ता तलाश लिया है. साइबर ठग अब मोबाइल स्वैपिंग के जरिए लोगों को चूना लगा रहे हैं. पंजाब नेशनल बैंक ने अपने ग्राहकों को मोबाइल स्वैपिंग फ्रॉड से अलर्ट करने के साथ कुछ टिप्स बताए हैं जिससे आप ठगी से बच सकते हैं.
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साइबर फ्राड इन तरीकों से कर रहे हैं ठगी
बैंक के मुताबिक बड़ी संख्या में लोगों को साइबर ठग विशिंग, फिशिंग और स्मिशिंग के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. साइबर ठग ग्राहक को एक मेल या मैसेज भेजते हैं और उस मैसेज पर क्लिक करते ही साइबर ठग उसके फोन या सिस्टम से उसका पर्सनल डेटा चुरा लेते हैं. जिसके जरिए ठगी को अंजाम दिया जाता है.
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सिम स्वैपिंग के जरिए हो रहे हैं ठगी के प्रयास
बैंक के मुताबकि पिछले कुछ समय में सिम स्वैपिंग के जरिए ठगी के कई मामले सामने आए हैं. बैंक ने ग्राहकों को सतर्क किया है कि अगर उनका मोबाइल नम्बर बंद आता है या आउट ऑफ रेंज बताता है तो तुरंत अपने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर से इस बारे में जानकारी लें. दरअसल सिम स्वैपिंग के जरिए ठग ग्राहक के मोबाइल का सिम बंद करा कर नया सिम जारी करा लेते हैं जिसके जरिए ग्राहक को आने वाले सारे ओटीपी या जरूरी मैसेज साबर ठग के हाथ लग जाते हैं और ग्राहक को जब तक ठगी का पता लगता है तब तक काफी देर हो जाती है.
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बैंक में SMS अलर्ट के लिए अपना मोबाइल नम्बर रजिस्टर कराएं
बैंक ने ग्राहकों से अपने मोबाइल नम्बर को बैंक में SMS अलर्ट के लिए रजिस्टर कराने के लिए कहा है. इस सुविधा के जरिए आपके खाते में होने वाले हर ट्रांजेक्शन की जानकारी आप तक पहुंचेगी.
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अक्सर चेक करें अपना अकाउंट स्टेटमेंट
बैंक ने ग्राहकों से समय समय पर अपने एकाउंट का स्टेटमेंट भी चेक करने के लिए कहा है. इससे अगर आपके साथ कभी फ्रॉड का प्रयास किया गया होगा तो इसकी जानकारी आपको मिल सकेगी.
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आपको अगर ठगी का संदेह हो तो तुरंत बैंक को सूचना दें
बैंक के मुताबिक अगर आपको कभी भी लगता है कि आपके साथ फ्रॉड हो रहा है या आपके खाते से कोई ऐसा ट्रांजेक्शन किया गया है जो आपने नहीं किया है तो तुरंत इसकी जानकारी अपने बैंक को दें.
ग्राहकों को बैंक के डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, सीवीपी, पिन नम्बर, ओटीपी सहित बैंक से जुड़ी कोई अन्य संवेदनशील जानकारी किसी और से साझा न करने की सलाह दी गई है.
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