सिर्फ 1 रुपये का कर्ज, वसूली का नोटिस भेजने में बैंक ने खर्च किए 85 रुपये
आईडीबीआई बैंक का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बैंक ने एक रुपये का कर्ज वसूलने की नोटिस भेजने में भी 85 रुपये खर्च कर दिए.
बैंक ने एक रुपये वसूलने के लिए कई गुना रकम खर्च कर दी.
बैंक ने एक रुपये वसूलने के लिए कई गुना रकम खर्च कर दी.
देश के बैंक जहां उद्योगपतियों से हजारों करोड़ रुपये वसूल नहीं पाते हैं, वहीं एक-दो रुपये के मामूली कर्ज को वसूलने के लिए उनका पूरा अमला मुस्तैद रहता है. ऐसा ही आईडीबीआई बैंक का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बैंक ने एक रुपये का कर्ज वसूलने की नोटिस भेजने में भी 85 रुपये खर्च कर दिए.
समाचार पत्र हिंदुस्तान में छपी खबर के मुताबिक आईडीबीआई बैंन ने 85 रुपये खर्च कर कुरियर के माध्यम से ग्राहक को एक रुपये वसूलने का नोटिस भेजा है. बैंक ने इसका भुगतान आरटीजीएस, एनईएफटी या चेक से करने को कहा है.
गाजियाबाद के एक ग्राहक को यह नोटिस पांच अक्टूबर को बैंक की तरफ से भेजी गई है. समाचार पत्र के मुताबिक चिट्ठी में लिखा है, '1 अक्टूबर 2018 को आपके लोन अकाउंट के सब अकाउंट में 1 रुपये बकाया है, इसका भुगतान आरटीजीएस, एनईएफटी या चेक के जरिए किया जा सकता है. भुगतान न होने की दशा में ये अकाउंट ओवरड्यू स्थिति में रहेगा. ऐसे में जल्द इसका भुगतान करें.'
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ग्राहक ने बताया कि ये उनका लोन अकाउंट है, जिसकी हर महीने किश्त जाती है, ऐसे में उन्हें ये समझ में नहीं आ रहा है कि एक रुपये कैसे बकाया रह गए. उन्होंने ये भी कहा कि अगर एक रुपया बकाया रह भी गया है तो उसे अगली किश्त में जोड़कर वसूली की जा सकती है, या इस तरह एक रुपये के लिए 85 रुपये खर्च करके नोटिस भेजने का क्या औचित्य है. इस बारे में बैंकिंग के जानकारों का कहना है कि नियम ही कुछ ऐसे हैं कि बैंकों को इस तरह की नोटिस भेजनी पड़ती है. हालांकि वो इसे सही नहीं मानते हैं.
02:52 PM IST